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अगर UP में कुछ भी ठीक नहीं, तो मायावती ना आएं: अखिलेश

बीएसपी की अध्यक्ष मायावती ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर अखिलेश सरकार पर एक बार फिर से निशाना साधा है. मायावती ने राज्यपाल से उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की मांग दोहराई है. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मायावती पर पलटवार करते कहा कि अगर मायावती को प्रदेश में मौजूदा हालात से दिक्कत है तो वो यहां न आया करें.

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अखिलेश यादव
अखिलेश यादव

बीएसपी की अध्यक्ष मायावती ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर अखिलेश सरकार पर एक बार फिर से निशाना साधा है. मायावती ने राज्यपाल से उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की मांग दोहराई है. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मायावती पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर मायावती को प्रदेश में मौजूदा हालात से दिक्कत है तो वो यहां न आया करें.
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बीएसपी उनकी सरकार की उपलब्धियों से बौखला गयी है. अगर मायावती को प्रदेश में मौजूदा हालात से दिक्कत है तो वो यहां न आया करें. अखिलेश ने कहा ‘बीएसपी यूपी सरकार की उपलब्धियों से बौखला गयी है. तानाशाही और बेईमानी के आधार पर सिर्फ बीएसपी काम करती रही है.’ उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं को लैपटॉप बांटने, बेरोजगारी भत्ता देने तथा किसानों को कर्ज माफी देने संबन्धी अपने चुनावी वादों को ईमानदारी से निभाया है. बीएसपी ने अपने कार्यकाल में स्मारकों में सिर्फ पत्थर लगाये और खजूर तथा बबूल के पेड़ लगाये. आज जब जनता का पैसा जनता के पास जा रहा है तो वह घबरा गयी है.

इससे पहले मायावती ने आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है. आलम ये है कि लोग दिन में भी अपनी बहन-बेटी को घर से बाहर भेजने से डरते हैं. मीडिया जितना दिखा रहा है, हालात उससे भी ज्यादा खराब हैं. सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है. साथ ही वह समय-समय पर अपनी नाकामियों की तरफ से जनता का ध्यान हटाने के लिये लैपटॉप वितरण, बेरोजगारी भत्ता वगैरह के वितरण का ‘नाटक’ शुरू कर देती है.

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मायावती ने कहा कि वर्तमान अखिलेश सरकार द्वारा यादव समाज को छोड़कर बाकी की हर समाज की हर स्तर पर उपेक्षा की जा रही है. मायावती ने शुक्रवार रद्द की गयी राज्य लोकसेवा आयोग की विवादास्पद नई नीति को केवल यादव समाज को आगे बढ़ाने के मकसद से तैयार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यादव समाज के लोगों को नौकरी में ज्यादा से ज्यादा भर्ती करने के मकसद से वर्षों पुरानी आरक्षण नीति बदलकर नयी नीति लागू कर दी थी.

आने वाले 2014 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती जहां एक ओर प्रदेश में बिगड़ते कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर एसपी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है वहीं अखिलेश सरकार भी बीएसपी पर आक्रामक रुख अपनाते हुए पटलवार कर रही हैं. अब प्रदेश की जनता कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर अखिलेश सरकार को कितने नंबर देती है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

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