ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने बुधवार को इकोटेक-10 में औद्योगिक जमीन पर अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया. प्राधिकरण ने बुलडोजर (Bulldozers) से करीब 21 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा हटाया. अवैध कब्जामुक्त कराई गई जमीन की कीमत करीब 65 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम पुलिस बल के साथ इकोटेक -10 पहुंच गई. इस इलाके में कॉलोनाइजर (रिहाइशी बस्तियां बसाने वाले) और ईट भट्ठा उद्योगद से जुड़े लोगों ने अवैध कॉलोनी बना रखी थी. इस टीम में वर्क सर्किल सात के वरिष्ठ प्रबंधक आरए गौतम, प्रबंधक प्रभात शंकर और सहायक प्रबंधक अमित कुमार शामिल थे.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रभारी जीएम प्रोजेक्ट सलिल यादव ने बताया कि इकोटेक -10 में 8 औद्योगिक भूखंडों पर अवैध कब्जा था. कॉलोनाइजर के अतिक्रमण से उद्यमी उद्योग नहीं लगा पा रहे थे. प्राधिकरण ने अवैध अतिक्रमण हटवाया जिसके लिए आठ बुलडोजर और पोकलेन मशीन की मदद ली गई. इसमें करीब दो घंटे का समय लगा जिसमें 21 हजार वर्ग मीटर जमीन अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने दी चेतावनी
सलिल यादव के मुताबिक अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन की कीमत करीब 65.10 करोड़ रुपये आंकी गई है. अतिक्रमण हटाने से प्लॉट पर उन लोगों को जल्द कब्जा मिलने का रास्ता साफ हो गया है जिन्हें ये प्लॉट आवंटित किए गए हैं. वे अपना उद्योग लगा सकेंगे.
वहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र ने अधिसूचित या अधिग्रहित एरिया में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण को हटाने का अभियान जारी रहेगा.