यूपी के ललितपुर में थाने के अंदर रेप पीड़िता से रेप के मामले में विपक्ष के निशाने पर गिरी सरकार ने विपक्ष पर ऐसी घटनाओं में राजनीति करने का आरोप लगा दिया. ललितपुर की घटना पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि ऐसी घटना को विपक्ष पॉलिटिकल टूरिज्म मानता है.
बृजेश पाठक ने कहा कि घटना के दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा, चाहे किसी भी कद का व्यक्ति हो, बेटी के साथ में सरकार खड़ी है. जो भी घटना घटी है उस पर ऐसी कार्रवाई होगी कि वह आने वाली पीढ़ी याद रखेगी. वहीं यूपी परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने ललितपुर घटना पर कहा कि सरकार ने एक्शन लिया है और योगी सरकार में किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाता.
यूपी की बेटियों को वर्दी वाले गुंडों से बचाओ: सपा
सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा, 'उत्तर प्रदेश की बेटियों को वर्दी वाले गुंडों से बचाओ. चंदौली की घटना अभी शांत भी नहीं हुई थी कि अब ललितपुर में एक दरोगा के ऊपर आरोप लग रहा है कि 13 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया, यूपी में रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो बेटियों को न्याय कहां से मिलेगा?'
क्या दागी पुलिसकर्मियों को मिल रहा संरक्षण: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने ललितपुर घटना पर कहा कि अगर रक्षक ही भक्षक पर उतर आए तो महिला सुरक्षा का क्या होगा? 13 साल की बच्ची के साथ पुलिस बलात्कार कर रही है क्या ऐसे लोगों को सत्ता का संरक्षण है, सरकार जवाब दे.
बीजेपी सरकार ने थानों में गिरवी रख दिया इंसाफ
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को ललितपुर पहुंचे. यहां रेप पीड़िता, उसके परिजनों से मुलाकात की. इसके बाद अखिलेश यादव ट्वीट कर कहा कि ललितपुर में एक बेटी के साथ हुए दुष्कर्म के खिलाफ अगर आज हम सब एक साथ खड़े नहीं हुए तो बेलगाम हो चुकी कानून-व्यवस्था हम सबके दरवाजे तक पहुंच जाएगी. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने पुलिस का राजनीतिक दुरुपयोग कर इंसाफ को थानों में गिरवी रख दिया है. ऐसी सरकार से न्याय की अपेक्षा बेमानी है.
कार्रवाई के बाद भी ऐसी घटना शर्मनाक: आयोग
वहीं यूपी महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने अपने लेटर में कहा कि दोषियों को कठोर से कठोर सजा दी जाए. साथ ही भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए सख्त निर्देश दिए हैं. इसके अलावा आयोग ने पुलिस महानिदेशक से इस मामले में रिपोर्ट में मांगी है. आयोग ने कहा कि सरकार महिला उत्पीड़न रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करती है इसके बाद भी ऐसी घटनाएं सामने आना बहुत ही खेदजनक है.
रेप का आरोपी SHO प्रयागराज से गिरफ्तार
रेप पीड़िता का फिर से रेप करने के आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया है. मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज फरार हो गया था. बहरहाल उसे निलंबित किया जा चुका है.
तिलकधारी सरोज से पुलिस ने पूछताछ की. इसके बाद एडीजी जोन प्रयागराज प्रेम प्रकाश के सामने उसे पेश किया गया. पेशी से पहले आरोपी इंस्पेक्टर ने मीडिया से कहा कि वह पूरी तरह से निर्दोष है और उसे झूठा फंसाया गया है. अगर इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी तो वह दोषमुक्त होगा.
घटना के बाद 29 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
एडीजी कानपुर जोन पाली थाने के सभी पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर चुके हैं. 6 एसआई, 6 हेड कॉन्स्टेबल, 10 आरक्षी, 5 महिला आरक्षी, एक ड्राइवर और एक फॉलोवर समेत 29 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर हैं. मालूम हो कि पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों पर एक 13 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक रेप का आरोप लगा है.
क्या है पूरा मामला
ललितपुर के पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक के अनुसार, पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली एक 13 वर्षीय किशोरी को उसके ही गांव में रहने वाले 4 लड़के 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गए थे, जहां जाकर उसके साथ तीन दिनों तक सामूहिक रेप किया. तीन दिन बाद चारों आरोपियों ने किशोरी को पाली थाने में पहुंचाकर थाना इंचार्ज के सुपुर्द कर दिया और फरार हो गए. इसके बाद थाना इंचार्ज पाली ने नाबालिग पीड़ित को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाइन भेज दिया और दो दिन बाद उसे थाने में बुलाया गया. आरोप है कि पाली थाना इंचार्ज ने बयान लेने के बहाने किशोरी को एक कमरे में ले जाकर रेप किया.