उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में छात्र ने खुद को अवैध तमंचे से गोली मार कर आत्महत्या कर ली. घटना देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के जमुनाहिया इलाके की है. यहां अपने गांव और परिवार से दूर किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई कर रहे छात्र अजय यादव का शव मकान की छत पर पड़ा मिला. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया.
जानकारी के मुताबिक, अजय यादव खुटहा गांव का रहने वाला था. पिछले चार साल से वह जमुनहिया में किराए का घर लेकर रह रहा था. पढ़ाई करने के साथ-साथ वह बच्चों को कोचिंग भी देता था. सोमवार सुबह जब बच्चे उसके पास पढ़ने के लिए आए तो अजय कमरे में नहीं था. फिर छात्रों ने देखा कि अजय का शव छत में पड़ा हुआ है. उसकी कनपट्टी पर गोली का निशान था और पास में तमंचा भी पड़ा हुआ था.
उन्होंने तुरंत मकान मालिक को इस बारे में बताया. मकान मालिक ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. मौके पर पुलिस पहुंची तो देखा कि अजय ने ब्लैकबोर्ड पर लिखा था कि मेज पर उसने सुसाइड नोट छोड़ा है. पुलिस ने सुसाइड नोट पढ़ा, जिसमें छात्र अजय ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ही ठहराया है.
क्या लिखा सुसाइड नोट में?
दो पन्नों के सुसाइड नोट में अजय ने लिखा, ''मैं अपने आप से हार गया. मैं काम और पढ़ाई एक साथ नहीं कर पा रहा हूं. पैसा भी नहीं है मेरे पास. इसलिए यह कदम उठाने जा रहा हूं. मैं अपनी मौत का जिम्मेदार खुद हूं.'' अजय ने आगे लिखा, ''मरने के बाद मेरे शव को मेरे पैतृक गांव में नहीं, बल्कि जमुनाहिया में जलाएं. अगर मेरे गांव में मेरे शव को जलाया तो मुझे मरने के बाद भी घुटन होगी.''
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीकांत प्रजापति ने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है. वैसे तो मामला आत्महत्या का लग रहा है. फिर भी हम हर एंगल से इसकी जांच करेंगे. हो सकता है इसमें कुछ और ही बात सामने निकलकर आए. फिलहाल आगामी कार्रवाई जारी है.