नरेंद्र मोदी के मिशन को आगे बढ़ाने बुधवार को उनके खास सिपहसलार अमित शाह लखनऊ पहुंच गए हैं. यूपी बीजेपी के प्रभारी अमित शाह लखनऊ में दो दिनों तक सूबे के नेताओं से पार्टी की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश करेंगे.
ये इत्तफाक है या पूर्व नियोजित, गोवा में नरेंद्र मोदी की ताजपोशी के दो दिन बाद मोदी के लिए जमीन तैयार करने यूपी पहुंच गए हैं उनके खास सिपहसलार अमित शाह. उत्तर प्रदेश के बीजेपी प्रभारी अमित शाह का दो दिनों का लखनऊ दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब पार्टी टीम मोदी और टीम आडवाणी में बंटी नजर आ रही है. कुछ नेताओं ने तो अमित शाह का दौरा रद्द करने तक की मांग उठा दी थी.
चुनाव प्रबंधन के लिए मशहूर अमित शाह के लिए यूपी में चुनौतियां बड़ी हैं.
1. क्या 11 साल से यूपी की सत्ता से बाहर चल रही बीजेपी में वो जान फूंक पाएंगे.
2. क्या वो खेमों में बंटे यूपी के नेताओं को एक साथ ला पाएंगे?
3. यूपी में बीजेपी से कलराज मिश्रा, मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, लालजी टंडन, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, वरुण गांधी जैसे कई कद्दावर नेता हैं. लेकिन सवाल उठता है कि क्या अमित शाह इन सबके साथ तालमेल बिठाकर काम कर पाएंगे.
इस बीच, उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा, 'कोई चुनौती नहीं होगी. इस पर कोई मतभेद नही है कि पार्टी 2014 में लोकसभा चुनाव जीतना चाहती है. इस दौरे के बाद यह तय होगा कि कैसे काम करना है.'
अपने दौरे में अमित शाह बीजेपी विधानमंडल दल के नेताओं और विधायक दल के नेताओं से मिलने अलावा कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. इसके अलावा वो हरेक संसदीय क्षेत्र के प्रभारी और उपप्रभारियों से खुली मुलाकात भी करेंगे. इस दौरान वो पार्टी की जमीनी हकीकत का आकलन करेंगे.