उत्तर प्रदेश में सोमवार से स्कूल-कॉलेज नहीं खोले जाएंगे. राज्य सरकार के मुताबिक फिलहाल प्रदेश में ऐसे हालात नहीं हैं कि स्कूल और कॉलेज खोलने की अनुमति दी जाए. माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए फिलहाल स्कूल खोलना संभव नहीं है. इसलिए फिलहाल इसे बंद रखने का ही फैसला किया गया है.
जाहिर है केंद्र सरकार ने 9वीं से 12वीं क्लास तक के बच्चों के लिए 21 सितंबर से स्कूल-कॉलेज खोलने की अनुमति दी थी, लेकिन यूपी में कोरोना के हालात को देखते हुए फिलहाल ऐसा करने से रोक लगा दी गई है.
सोमवार यानी 21 सितंबर से देशभर के स्कूल-कॉलेज खुलने जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्कूलों में बच्चों की हेल्थ को लेकर गाइडलाइंस की घोषणा कर दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने ट्विटर हैंडल पर गाइडलाइंस साझा कीं.
स्कूल के लिए ये है गाइडलाइन
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्किल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोजीसर (SOP) जारी कर दिया है. टेक्निकल प्रोग्राम्स में कोर्स कराने वाले इन संस्थानों को 21 सितंबर से लैब खोलने की भी इजाजत मिल गई है.
गाइडलाइन में बताया गया है कि कक्षा में सिटिंग अरेंजमेंट भी बदला जाएगा. यहां छात्र एक दूसरे से छह फिट की दूरी में बैठेंगे. इसलिए कुर्सी-मेज की दूरी 6 फीट होनी चाहिए. कक्षा में अन्य जरूरी गतिविधियों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा.
टीचिंग फैकल्टी को इस बात का ध्यान रखना होगा कि पढ़ाई-लिखाई के दौरान छात्र और अध्यापक मास्क पहने हुए हों. छात्रों को आपस में लैपटॉप, नोटबुक, स्टेशनरी शेयर करने की इजाजत नहीं होगी.
अभी नये नियम के अनुसार सभी को तत्काल परिसर में वापस नहीं बुलाया जाएगा. फिलहाल 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को स्कूल जाने का विकल्प दिया गया है, वैसे उनके पास ऑफलाइन कक्षाओं में पढ़ने का भी ऑप्शन है. स्कूल केवल उन छात्रों के लिए खुलेंगे जिनके पास ऑनलाइन शिक्षा की पहुंच नहीं है या दूसरी प्रॉब्लम्स का सामना कर रहे हैं.
विद्यालय परिसर के भीतर कमरों या खुली जगहों में एक्टिविटी कराई जाएगी. इसके अलावा स्कूल में कुर्सियों, डेस्क आदि के बीच 6 फीट की दूरी सुनिश्चित करने के लिए बैठने की व्यवस्था की जाएगी. स्कूल में सैनिटाइजेशन के लिए टाइम स्लॉट बनाए जाएंगे.