एक ओर तो अखिलेश सरकार यूपी में कानून-व्यवस्था बेहतर होने की बात कहकर निवेशकों को न्योता देती फिर रही है, दूसरी ओर राज्य में आईपीएस अधिकारियों तक की जान सुरक्षित नहीं दिख रही है.
ऐेसा ही एक मामला फैजाबाद जिले में सामने आया, जहां अवैध खनन रोकने गए प्रशिक्षु आईपीएस व उनकी टीम पर दबंगों ने हमला कर दिया. इस मामले में सत्ता पक्ष से जुड़े एक सपा नेता और उनके समर्थकों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
घटना के बाद सपा के दबंग नेता एक बार फिर पार्टी की छवि के लिए खतरा बनकर खड़े हो गए हैं. पूराकलंदर थाना क्षेत्र के ददेरा गांव में बुधवार की रात राजेंद्र सिंह के खेत से हो रहे मिट्टी के अवैध खनन की सूचना पाकर थाना पुलिस के साथ प्रशिक्षु आईपीएस व प्रभारी थानाध्यक्ष प्रताप गोपेंद्र अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. पुलिस टीम को देख खनन में जुटे लोग सकते में आ गए. मांगे जाने पर लोग पुलिस टीम को खनन से संबंधित कोई दस्तावेज भी नहीं दिखा सके.
पुलिस ने जैसे ही खनन में इस्तेमाल की जा रही ट्रैक्टर-ट्राली को कब्जे में लेना चाहा, इतने में कुट्टिया गांव निवासी योगेंद्र वर्मा ने अपना वाहन पुलिस जीप के आगे लगाकर रास्ता रोक लिया. पुलिस का कहना है कि तभी सपा के अयोध्या विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष अशोक वर्मा भी अपनी गाड़ी पुलिस जीप के पीछे लगाकर पुलिस टीम पर धौंस जमाने लगे. इसी बीच दबंगों ने अपने सहयोगियों को मौके पर बुला लिया. बाइक से पहुंचे युवकों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. थानाध्यक्ष जब तक कंट्रोल रूम को सूचित कर फोर्स बुलाते, दबंगों ने पुलिसकर्मियों से हाथापाई शुरू दी. मारपीट में सिपाही जितेंद्र यादव और अनिल चौधरी को गंभीर चोटें आई हैं.
दबंगों ने प्रशिक्षु आईपीएस से भी काफी बदसलूकी व हाथापाई की. पुलिस बल आता देख दबंग मौके से फरार हो गए. भाग रहे दबंगों में से पांच लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया, जबकि योगेंद्र वर्मा और अशोक वर्मा भागने में कामयाब रहे.