केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कानून व्यवस्था न संभाल पाने का आरोप लगाते हुए यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को निशाने पर लिया है.
शनिवार, 21 सितंबर को लखनऊ के प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में दोपहर साढ़े ग्यारह बजे से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जयराम ने कहा, 'अखिलेश यादव मेरे अच्छे मित्र हैं. वह मेरे राज्य कर्नाटक से पढ़े भी हुए हैं. जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, तो लगा कि कुछ करेंगे. लेकिन मुजफ्फरनगर दंगों में अखिलेश यादव की नाकामी ने यह साबित कर दिया कि उन्हें गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है.'
यूपी में मनरेगा की बदहाली के सवाल में जयराम के जवाब और तीखे हो गए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मनरेगा में धांधली करने वाले अफसरों को संरक्षण दे रहे हैं. जयराम ने बताया कि पिछले वर्ष सपा की सरकार बनने के बाद से वह दो दर्जन से अधिक बार मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर घोटालेबाज अफसरों पर कार्रवाई करने और सीबीआइ जांच करवाने का अनुरोध कर रहे है लेकिन उनकी नहीं सुनी जा रही है.
जयराम ने पत्रकारों को बताया, 'मेरे हर पत्र के जवाब में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव केवल यही जवाब देते कि यूपी सरकार कड़ी कार्रवाई कर रही है, लेकिन यह नजर नहीं आती.' अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तैयारियों के सवाल पर जयराम का जवाब था कि कांग्रेस सरकार को जनोपयोगी योजनाओं का लाभ मिलेगा.
जयराम ने कहा, 'बीजेपी एक क्षेत्रीय पार्टी है. पूरे देश में केवल छह राज्यों में बीजेपी कांग्रेस के सीधे टक्कर में है. बीजेपी आरएसएस का एक फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन है और सही मायने में कांग्रेस की लड़ाई आरएसएस से ही है.'