माफिया और जौनपुर के सांसद रहे धनंजय सिंह को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया है. धनंजय सिंह ने एक पुराने मामले में एमपी एमएलए कोर्ट में शुक्रवार के दिन सुबह 11.15 बजे सरेंडर कर दिया था. आपको बता दें कि धनंजय सिंह का नाम लखनऊ में हुए अजीत सिंह हत्याकांड में सामने आया था.
धनंजय सिंह की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित था. धनजंय सिंह ने अपने वकीलों के साथ प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. फिलहाल कोर्ट ने धनंजय सिंह को नैनी सेंट्रल जेल में 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार यूपी सरकार, पूर्व सांसद धनंजय सिंह की संपत्ति कुर्क करने की प्लानिंग कर रही है. इससे पहले धनंजय सिंह को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ने कई जगह दाबिश दी थी लेकिन पुलिस सफल नहीं हो सकी थी. धनंजय सिंह पर लखनऊ के चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में साजिश रचने का आरोप है. धनंजय सिंह का नाम इस मामले में तब सामने आया था जब इसी मामले में एक दूसरे आरोपी गिरधारी से पुलिस ने बातचीत की थी, तभी उसने धनंजय सिंह का नाम लिया था. हालांकि आरोपी गिरधारी बाद में एक कथित मुठभेड़ में मारा गया.
गिरधारी से पूछताछ के बाद ही पुलिस ने धनंजय सिंह का नाम FIR में दर्ज किया था. इसके बाद पुलिस ने धनंजय की गिरफ्तारी की लिए वारंट भी प्राप्त कर लिया था. लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका था. अब धनंजय सिंह ने अदालत के सामने सरेंडर कर दिया है. धनंजय सिंह के पास देश के अलग-अलग इलाकों में कई फ्लैट और फार्म हाउसेज हैं. जिन्हें लेकर पुलिस को शक है कि धनंजय सिंह ने ये सब संपत्ति आपराधिक गतिविधियों से कमाई है.