उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बन रहे गैर कांग्रेसी गठबंधन की कवायद के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की. हालांकि, इस मुलाकात में सीटों के बंटवारे पर कोई बात हुई या नहीं इस पर चौधरी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
लखनऊ में सपा कार्यालय में मंगलवार को अखिलेश से मुलाकात के बाद रालोद उपाध्यक्ष ने कहा, 'अखिलेश के साथ राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा हुई, आगे क्या होना चाहिए इस पर भी चर्चा हुई.' उनसे पूछा गया कि क्या गठबंधन में रालोद को मिलने वाली सीटों पर भी चर्चा हुई इस सवाल को उन्होंने टालते हुए कहा 'सीटों की बेचैनी मीडिया को है, सारी बाते साफ होंगी, सस्पेंस बनाएं रखे.' लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन के सवाल को वह टाल गए.
बता दें कि पिछले साल हुए उपचुनाव में कैराना लोकसभा सीट पर रालोद और सपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था. बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ सपा-बसपा ने रालोद प्रत्याशी तबस्सुम हसन को सपोर्ट किया था और उन्हें जीत मिली थी. ऐसे में अब जबकि चर्चा ये है कि सपा-बसपा बिना कांग्रेस के चुनाव में उतरने जा रही है, तब रालोद की भूमिका को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस के बिना सपा-बसपा गठबंधन होता है तो रालोद किस भूमिका में रहेगी, ये भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है.