यूपी चुनाव से पहले अकेले चुनाव लड़ने के सपा चीफ मुलायम सिंह यादव के ऐलान ने विपक्षी एकता को फिर तार-तार कर दिया है. कांग्रेस-आरएलडी-जेडीयू के साथ महागठबंधन की बात फाइनल होने की अटकलों के बीच रविवार को मुलायम सिंह यादव ने साफ कह दिया था कि समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी.
जेडीयू के नेता शरद यादव ने मुलायम सिंह के इस ऐलान पर हैरानी जताई है. मध्य प्रदेश के दौरे पर पहुंचे असरद यादव ने कहा कि खुद मुलायम सिंह ने मुझे और देवेगौड़ा जी को गठबंधन पर बात करने के लिए 5 तारीख को बुलाया था. उनका ये बयान हैरान कर देने वाला है. शरद यादव ने कहा कि देश संकट का सामना कर रहा है. मुलायम सिंह जी को गठबंधन के बारे में फिर से सोचना चाहिए.
सीएम उम्मीदवार के सवाल को भी टाला
सिर्फ गठबंधन ही नहीं बल्कि चुनाव के बाद अगले सीएम के नाम को लेकर भी मुलायम सिंह यादव ने सवाल को टालते हुए कहा, ये भी कोई सवाल है? मुलायम सिंह यादव रविवार शाम लखनऊ के गोमती नगर में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पंहुचे थे. वहां एक सवाल के जवाब में मुलायम ने एक ही झटके में गठबंधन के गुब्बारे की हवा निकाल दी.
सीट बंटवारे का फॉर्मूला आया था सामने
अखिलेश यादव और शिवपाल यादव कैंप की ओर से लगातार ये कहा जा रहा था कि गठबंधन पर नेताजी फैसला लेंगे. सूत्रों के हवाले से गठबंधन की खबर अब सामने आ गई है. कांग्रेस को 88 सीटें देने और समाजवादी पार्टी के 303 सीटों पर लड़ने तक की बात आ गई है. लेकिन तीन दिनों से बने इस माहौल पर फिलहाल पूर्णविराम लग गया.
अमर सिंह की प्रशांत किशोर से नजदीकी को देखते हुए अटकलों का बाजार गर्म था लेकिन जैसा होता रहा मुलायम सिंह ने गर्म लोहे पर चोट की और गठबंधन के सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया. अब देखना है कि अखिलेश यादव क्या करते हैं, क्योंकि अखिलेश यादव लगातार ये कह रहे हैं कि अगर कांग्रेस से समझौता हुआ तो 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी.