उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बेखौफ बदमाशों ने कार सवार परिवार को बंधक बनाकर लूट को अंजाम दिया. बुलंदशहर हाईवे पर हुई इस घटना ने एक बार फिर बुलंदशहर गैंगरेप की खौफनाक रात की तस्वीर सामने रख दी. इस घटना में भी लूट के साथ गैंगरेप किया गया. 10 महीने पहले जैसी घटना पूर्व सीएम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में हुई, वैसी ही घटना अब योगी राज में अंजाम दी गई. ऐसे में सवाल ये है कि यूपी में सरकार बदलने के बाद भी क्या हालात नहीं बदले हैं?
यूपी में कानून व्यवस्था के सवाल पर बीजेपी ने यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार में समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार को घेरा. बीजेपी प्रवक्ता अखिलेश सरकार के दंगों की संख्या गिनाते रहे. पीएम मोदी से लेकर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने पुलिस थानों को समाजवादी पार्टी नेताओं का कार्यालय बताया. अब यूपी में बीजेपी की सरकार है. फायर ब्रैंड नेता योगी आदित्यनाथ सूबे के मुखिया हैं. सीएम योगी हर मंच से अपराध पर काबू करने का दावा करते हैं. लेकिन जमीनी हकीकत उनके दावों को कमजोर करती दिखाई दे रही है.
हत्याओं की घटना
योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद ही इलाहाबाद में बीएसपी नेता की हत्या कर दी गई. हाल ही में बलिया में समाजवादी पार्टी के नेता की हत्या का मामला भी सामने आया. मथुरा में सर्राफा व्यापारियों की हत्या और लूटपाट की घटना ने भी प्रशासनिक सक्रियता पर सवालिया निशान लगाए. इनके अलावा गौरक्षा के नाम पर मारपीट और हत्या के मामले भी सामने आए.
जातीय हिंसा के मामले
लूटपाट और रंजिशन हत्याओं के अलावा जातीय हिंसा के मामले भी यूपी में लगातार सामने आ रहे हैं. बीजेपी को सत्ता में आए अभी दो महीने से कुछ ही दिन ज्यादा का वक्त गुजरा है, लेकिन कई हिंसक झड़पों की खबरें आ चुकी हैं.
बाबा साहब अंबेडकर की जयंती से लेकर महाराणा प्रताप की जयंती पर सहारनपुर की गलियों में खून बहाया गया. कुछ लोगों की मौत हो गई और कई जख्मी हो गए. यहां तक कि बड़ीं सख्या में कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बीजेपी सांसद ने एसएसपी के घर जाकर हंगामा किया. भीड़ पर एसएसपी की नेम प्लेट तोड़ने के भी आरोप लगे. यानी पुलिस को भी निशाना बनाया गया.
अब ग्रेटर नोएडा के जेवर में बुलंदशहर रोड पर लूट और हत्या की घटना ने फिर योगी सरकार में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए. गुरुवार रात ये परिवार कार से बुलंदशहर जा रहा था, तभी उन्हें बंधक बना लिया गया. लूटपाट करने के बाद बदमाशों ने कार में बैठी महिलाओं के साथ गैंगरेप भी किया. इतना ही नहीं जब उनके साथ मौजूद एक शख्स ने बदमाशों का विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी गई. अखिलेश सरकार में 10 महीने पहले बुलंदशहर के पास जो घटना हुई, वैसी ही घटना अब योगी सरकार में बुलंदशहर जा रहे एक परिवार के साथ हुई.