जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) हिंसा की आग अब वाराणसी तक पहुंच गई है. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है. उनका आरोप है कि जेएनयू में वामपंथी छात्रों ने बाकी छात्रों पर हमला किया था. जेएनयू हिंसा को देखते हुए बीएचयू में भी भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है.
जेएनयू में रात में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है. ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या और पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारा पर हमले को लेकर राज्य में पहले से ही विरोध प्रदर्शन हो रहे थे. नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर लोगों की नाराजगी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है.
Varanasi: Additional forces deployed outside Banaras Hindu University also https://t.co/1VpzMcLXaN pic.twitter.com/eyKzMzVEd8
— ANI UP (@ANINewsUP) January 6, 2020
शीर्ष अधिकारियों ने पहले ही जिले के पुलिस प्रमुखों को सतर्क रहने और राज्य में शैक्षणिक संस्थानों के परिसरों पर गतिविधियों की बारीकी से निगरानी करने के लिए कहा है. अधिकांश विश्वविद्यालयों और संस्थानों को, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) को छोड़कर, जो अनिश्चितकाल के लिए बंद है, सोमवार को खोलना निर्धारित किया गया है.
ये वो संस्थान हैं, जिन्होंने पिछले महीने दिल्ली में जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. जामिया के छात्रों के समर्थन में छात्रों के प्रदर्शन के बाद एएमयू पर खासकर नजर रखी जा रही है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है, जहां कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हंगलू को चार दिन पहले इस्तीफा देना पड़ा. विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर और पीआरओ ने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया.