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कैराना में वोटिंग से 17 घंटे पहले बागपत से मोदी-योगी ने डाले गन्ना किसानों पर डोरे

योगी ने कहा, 'अगले साल तक यहां के गन्ना किसानों की समस्या खत्म हो जाएगी और यहां की गन्ना मिल दोगुनी रफ्तार से काम करेगी.'

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पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

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उत्तर-प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट पर कल (28 मई) उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है. इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया, जिसके बाद वह यूपी के बागपत पहुंचे. यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. दोनों नेताओं ने बारी-बारी से जनसभा को संबोधित किया और गन्ना किसानों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया.

गौरतलब है कि कैराना उपचुनाव के प्रचार में गन्ना बनाम जिन्ना का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया है. जिसके बाद कैराना में वोटिंग से ऐन पहले आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने फिर अपने भाषण में गन्ना किसानों का जिक्र किया. बता दें कि कैराना लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए शनिवार (27 मई) शाम 5 बजे ही प्रचार खत्म हो चुका है.

अगले साल खत्म होगी किसानों की समस्या

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सबसे पहले योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित किया. अपने बयान में योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2017 से यूपी की सत्ता संभाल रही बीजेपी द्वारा किसानों के लिए किए गए कामों को बखान किया. योगी ने कहा, 'अगले साल तक यहां के गन्ना किसानों की समस्या खत्म हो जाएगी और यहां की गन्ना मिल दोगुनी रफ्तार से काम करेगी. यूपी की सरकार किसानों के लिए काम कर रही है और हमारी सरकार सभी गन्ना किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलवाएगी.'

योगी आदित्यनाथ ने ये भी बताया कि बीजेपी सरकार ने राज्य में पहली बार किसानों को समर्थन मूल्य से अधिक दाम देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि पिछले 6 सालों से रुका गन्ने का भुगतान भी उनकी सरकार ने अदा किया है. साथ ही बताया कि यूपी सरकार ने इस साल किसानों को गन्ने का 21 हजार करोड़ भुगतान किया है. योगी आदित्यनाथ ने जनसभा में आए किसानों को संबोधित करते हुए वादा किया कि सरकार जल्द ही हरेक किसान को गन्ना मूल्य का भुगतान करेगी.

पीएम मोदी ने भी किया वादा

प्रधानमंत्री ने गन्ना किसानों की बात करते हुए कहा कि यहां के गन्ना किसानों के लिए भी हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है, पिछले वर्ष ही हमने गन्ने का समर्थन मूल्य लगभग 11 प्रतिशत बढ़ाया था. इससे गन्ने के 5 करोड़ किसानों को सीधा लाभ हुआ था. इथेनॉल से जुड़ी पॉलिसी में बड़ा बदलाव करते हुए अब पेट्रोल में इथेनॉल की 10 प्रतिशत ब्लेन्डिंग को भी स्वीकृति दी जा चुकी है.

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पीएम मोदी ने कहा कि गन्ना किसानों को चीनी मिलों से बकाया मिलने में देरी न हो, इससे जुड़ा एक बड़ा फैसला हाल में लिया गया है. सरकार ने तय किया है कि प्रति क्विंटल गन्ने पर 5 रुपए 50 पैसे की आर्थिक मदद चीनी मिलों को दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि लेकिन हमें पता है कि इसमें किस तरह का खेल होता है, इसलिए ये राशि चीनी मिलों को न देकर सीधे गन्ना किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी. इससे गन्ना किसानों का पैसा चीनी मिलों में फंसेगा नहीं. उन्होंने कहा कि मैं यहां के गन्ना किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार उनकी दिक्कतों के प्रति संवेदनशील है और बहुत कड़ाई के साथ गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है.

बता दें कि पश्चिम यूपी के शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर और बिजनौर जिले में सबसे अधिक गन्ना उगाया जाता है. पिछले कई वर्षों से चीनी मिलों की ओर से किसानों को उनके गन्ने का भुगतान ना होना, यहां बड़ा मुद्दा है. गन्ना भुगतान को लेकर किसानों में भारी नाराजगी है.

शामली जिले के अंतर्गत आने वाली कैराना लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने तबस्सुल हसन को प्रत्याशी बनाया है, जिन्हें सपा का समर्थन प्राप्त है. किसानों की पार्टी कहे जाने वाली रालोद के नेता जयंत चौधरी ने अपनी चुनावी सभाओं में गन्ना भुगतान का मुद्दा जोर-शोर से उठाया है.

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कैराना लोकसभा सीट बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद से खाली है, बीजेपी ने उनकी बेटी मृंगाका सिंह को ही अपना उम्मीदवार बनाया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में हुकुम सिंह ने यहां करीब 3 लाख वोटों के अंतर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को हराया था.

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