उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने आज लखनऊ पीजीआई (Lucknow PGI) में मुलाकात की. इस दौरान डॉक्टरों की ओर से हेल्थ बुलेटिन (Health Bulletin) भी जारी किया गया.
पीजीआई के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, क्रिटिकल केयर मेडिसिन के आईसीयू में भर्ती कल्याण सिंह की हालत बेहतर है. कल्याण सिंह हेमोडायनामिक रूप से स्थिर है. कल्याण सिंह की तबियत में लगातार सुधार दिखा रहे हैं. चिकित्सीय महत्वपूर्ण मानदंड स्थिर हैं. कल्याण सिंह का इलाज सीनियर डॉक्टर कर रहे हैं.
कल्याण सिंह की तबीयत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चिंतित हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा, 'भारत भर में अनगिनत लोग कल्याण सिंह जी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं. कल जेपी नड्डा जी, CM योगी आदित्यनाथ जी और अन्य लोग उनसे मिलने अस्पताल गए थे, मैंने अभी उनके पोते से बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली.'
आज लखनऊ के पीजीआई अस्पताल पहुंचकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, श्रद्धेय श्री कल्याण सिंह जी से मिला और उनका कुशलक्षेम जाना। उनकी सेहत में काफी सुधार है। उन्होंने बात की और आशीर्वाद भी दिया। pic.twitter.com/Wu0WKj7wHi
— Syed Shahnawaz Hussain (@ShahnawazBJP) July 9, 2021
अपने अगले ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मुझे यह जानकर अफसोस हुआ कि जेपी नड्डा जी से बातचीत के दौरान कल्याण सिंह जी ने मुझे याद किया, कल्याण सिंह जी के साथ मेरी बातचीत की कई यादें भी हैं, उनमें से कई यादें जीवन में वापस आ सकती हैं, उनसे बात करना हमेशा सीखने का अनुभव रहा है.'
बता दें कि पिछले दो हफ्ते से हॉस्पिटल में एडमिट कल्याण सिंह से मिलने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कल लखनऊ आए थे. देर शाम नड्डा एयरपोर्ट से सीधे एसजीपीजीआई पहुंचे, जहां उन्होंने यूपी के पूर्व सीएम और बीजेपी के दिग्गज नेता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. सूत्रों ने बताया कि उन्होंने उनसे बात भी की थी.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा यूपी प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे. कल्याण सिंह दो सप्ताह से अस्वस्थ हैं और उनका पीजीआई लखनऊ में इलाज चल रहा है. उनको पहले आरएमएल संस्थान में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में उन्हें पीजीआई में स्थानांतरित कर दिया गया.