औद्योगिक, ऐतिहासिक और धार्मिक नगर कानपुर आज 211 साल का हो गया. एक तरफ जहां डीएम साहब 211 किलो का केक काटकर मौके के सेलिब्रेट कर रहे हैं, दूसरी तरफ शहर के कई जगहों पर प्राथनासभाएं की जा रही हैं. आनंदेश्वर मंदिर में भगवान शिव का अभिषेक कर लोगों ने कानपुर के विकास की दुआए मांगी.
टैक्ट ऑर्गनाइजेशन ने शहीद पार्क फूलबाग में समारोह का आयोजन किया तो कानपुर पास्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने न्यू इंडिया चर्च ऑफ गॉड गोविंदनगर में उपवास रखा. वहीं, कानपुर बैंड संचालक वेलफेयर एसोसिएशन ने मोतीझील लाजपत भवन से लेकर राजीव पार्क तक राष्ट्रीय गीत गा कर जश्न मना रहा है.
गंगा किनारे बसे कानपुर का अपना इतिहास है. कानपुर ही वो धरती है जहां रानी लक्ष्मी बाई पली-बढ़ीं. यहां के ब्रह्मवर्त बिठूर में नानाराव पेशवा के साथ उन्होंने युद्ध कौशल सीखा. भगवती सीता भी यहीं महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में रहीं.