कानपुर में स्थित उर्शला अस्पताल में कोरोना जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जांच रिपोर्ट में हो रही गड़बड़ी को लेकर आजतक के स्टिंग ऑपरेशन के बाद अस्पताल में निदेशक आर सी भट्ट ने खबर का संज्ञान लेते हुए प्रशासन को जानकारी दी और एफआईआर भी करवाई. इसके साथ ही एक कर्मचारी को बर्खास्त भी किया गया है.
निदेशक आर सी भट्ट ने बताया, "डीजी साहब से फोन पर बात हुई थी. इस संबंध में उन्होंने कहा था कि इसमें तुरंत कार्रवाई करें जिस संबंध में कल हमने पता लगाया जिसकी फोटो दिखाई जा रही है वह लड़का अमित नहीं है, वह कोई बाहरी व्यक्ति ,है जिसका पता लगाया जा रहा है, अमित पांडे लड़का हमारे यहां रेगुलर रहता है, उससे हमने बात की तो उसने बताया कि ड्यूटी में वहां पर नहीं था जहां उसकी डियूटी थी, यह काम बाहरी आदमी का है."
उन्होंने आगे कहा कि यह कौन है हम नहीं जानते. इसके बारे में पुलिस को बता दिया है कि यह कौन है इस पर कारवाई की जाए. इसमें तीसरा आदमी हमारे यहां के गार्ड के पद पर है जिसका नाम शकील है. वह संविदा पर यहां कार्यरत है. उसके ऊपर कार्रवाई करते हुए कल उसको बर्खास्त कर दिया गया है. हमारे यहां उर्सला अस्पताल में इसके पहले इस तरह की कोई भी शिकायत नहीं आई. अगर आती तो हम पहले ही कार्रवाई कर देते.
निदेशक ने आगे कहा कि यह बाहरी व्यक्ति हैं जो अस्पताल का नाम खराब करना चाहते हैं. जिसमें प्रशासन को हमने सूचित कर दिया है और 1 कर्मचारियों को बर्खास्त भी किया. उर्शला अस्पताल के निदेशक आर सी भट्ट ने कहा कि ये जो स्टिंग हुआ है उसके आधार पर एफआईआर कराकर एक कर्मचारी जो गार्ड के पद पर था उसे बर्खास्त किया गया है.