उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक रेलवे कर्मचारी ने ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी. हैरानी की बात यह रही कि शरीर कर आधा हिस्सा कटने के कुछ देर बाद भी कर्मचारी बिल्कुल विचलित नहीं हुआ और पटरी पर चुपचाप लेटा रहा. उसकी आंखों से झरझर आंसू बहते रहे और 10 मिनट बाद उसकी आंखें धीरे-धीरे बंद होती चली गईं. इस दौरान आसपास खड़े लोग गंभीर रूप से जख्मी का वीडियो रिकॉर्ड करते रहे.
कानपुर के पनकी रेलवे स्टेशन पर 33 साल के रमेश यादव बतौर कर्मचारी काम करते थे. आने वाली 19 फरवरी को उनके साले की शादी थी, जिसके चलते उन्होंने छुट्टी के लिए अपने इंचार्ज पीडब्ल्यूआई यानी रेल पथ निरीक्षक चित्रेश तिवारी से छुट्टी मांगी थी. लेकिन जब छुट्टी नहीं मिली तो वह परेशान हो गए, क्योंकि उधर रमेश की पत्नी और ससुरालवाले उन पर शादी में आने के लिए दबाव बना रहे थे. इसी दबाव के चलते रमेश छुट्टी न मिलने से इतना परेशान हुए कि वह सोमवार को पनकी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की पटरी पर लेट गए. इस दौरान ट्रेन गुजरी तो उनका शरीर दो हिस्सों में कट गया.
कटा धड़ दे रहा था बयान
रेलवे ट्रैक पर काम कर रहे कर्मचारी जब उनके पास पहुंचे तो रमेश का कटा धड़ आंसू बहते हुए बयान दे रहा था, ''मुझे छुट्टी नहीं मिली, इसीलिए मैंने अपनी जान दी है.'' इसका वीडियो भी कर्मचारियों ने रिकॉर्ड किया.
हालांकि, जब तक कोई उन्हें अस्पताल पहुंचाता, तब तक ट्रैक रमेश की आंखों से आंसू बहने बंद हो गए और वह हमेशा के लिए शांत हो गए.
रमेश की मौत के बाद मामला मीडिया में सुर्खियां बना और वीडियो वायरल हुआ, तो इलाहाबाद के डीआरएम मोहिते चंद्रा ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं.