बोरियों पर पड़े खून के छींटे और दहाड़ मारकर रोती एक मां. यह दर्दनाक दृश्य कानपुर के एक घर का था. यहां सात साल का एक मासूम ऐसे हादसे का शिकार हुआ जिसे सुनने वालों की रूह कांप गई.
7 साल का साहिल तीन साल की एक बच्ची के साथ खेल रहा था. खेलते-खेलते उसकी गर्दन प्लास्टिक काटने वाली मशीन की चपेट में आकर कट गई. मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
साहिल का पिता एक प्लास्टिक फैक्ट्री में कबाड़ काटने का काम करता है और फैक्ट्री में ही रहता है. बुधवार शाम वह फैक्ट्री से बाहर था. उसकी पत्नी कटर मशीन से थोड़ी दूरी पर बैठी थी. उसका बेटा साहिल कटर मशीन के पास अपने से उम्र में छोटी एक बच्ची के साथ खेल रहा था. खेलने के दौरान ही साहिल गलती से कटर मशीन के ऊपर बैठ गया.
मां का रो-रोकर बुरा हाल
न जाने कैसे उसका हाथ मशीन चालू करने वाले बटन पर पड़ गया और मशीन चल गई. सेकेंड भर में ही साहिल की गर्दन कटकर अलग हो गई. घटना के बाद से साहिल की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. साहिल अपने मां-पिता की इकलौती संतान था.
घटना की सूचना पाकर पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे और यह दर्दनाक दृश्य देख उनकी भी आंखें भर आईं.