कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पुलिस पिटाई में मौत का मामला राजनीतिक रंग ले लिया है. समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज कानपुर पहुंचे और मनीष गुप्ता के परिजनों से मुलाकात की. अखिलेश ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की. इस दौरान उनके बेटे से अखिलेश ने पूछा कि बेटा क्या नाम है तुम्हारा? पढ़ाई चल रही है? अचानक इतनी भीड़ देखकर बच्चा अपनी मम्मी के पास दुबक गया. इस पर मीनाक्षी ने कहा कि ये भी मामा हैं.
मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने परिवार के बाकी सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान मनीष के परिजनों ने कहा, 'हम लोगों को रिपोर्ट लेने से मना कर दिया, इसलिए हम लोगों को बहुत देर लगी, हम लोगों ने कहा डेड बॉडी का सम्मान करो, पुलिस आ जाए लेकिन सारे पुलिस वाले एक तरफ थे.'
"हम लोगों को रिपोर्ट लेने से मना कर दिया, इसलिए हम लोगों को बहुत देर लगी , हम लोगों ने कहा डेड बॉडी का सम्मान करो, पुलिस आ जाए लेकिन सारे पुलिस वाले एक तरफ थे।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) September 30, 2021
मनीष गुप्ता जी के परिजनों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से बयां की अपनी आप बीती। pic.twitter.com/EnG4HTK2x3
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार से मिलकर 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की और सरकार से मांग की कि इसकी जांच किसी हाई कोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में कराई जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने हत्या की है, इसमें सीधे-सीधे सरकार की नाकामी है.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने गोरखपुर एसएससी पर आरोप लगाया कि उन्होंने पंचायत चुनाव में बीजेपी को वोट कब्जा कराया था, तभी एसएसपी बने हैं, वहां अब सरकार ऐसे काम कराएगी तो यही होगा.