
कानपुर नगर निगम में प्रस्ताव पारित कर पिटबुल, अमेरिकन बुली और रोटवेईलर जैसे खतरनाक कुत्तों के पालने पर बैन लगा दिया है. इतना ही नहीं अगर किसी के पास इस नस्ल का कुत्ता है तो उसे एफिडेविट देना होगा. अगर यह कुत्ता किसी को काट लेता है तो उसके मालिक पर केस दर्ज किया जाएगा.
कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे का कहना है कि ऐसी स्थिति में नगर निगम खुद से मालिक पर केस दर्ज कराएगा. साथ ही कुत्ते के मालिक पर 5 हजार रुपये का जुर्माना और उसके कुत्तों को अपनी कस्टडी में लिया जाएगा. बता दें, पिछले दिनों लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद और कानपुर में भी पिटबुल के जानलेवा हमले की वारदात सामने आई थी.
मेयर प्रमिला पांडे का कहना है कि ऐसे कुत्तों को पहले लोग बड़ी जगहों पर बड़े बंगलों पर और अपने फार्म हाउस पर पाला करते थे. लेकिन अब इन्हें छोटे-छोटे घरों में पाला जा रहा है. जिस पिटबुल ने गाय के मुंह को काटा था उसके मालिक भी अपने कुत्ते को छोटे से कमरे में पाल रहा था. नगर निगम ने आनन-फानन में आदेश तो पारित कर दिया. लेकिन नगर निगम के पास ऐसा कोई भी डाटा नहीं जिससे यह पता लगाया जा सके कि शहर में कितने आवारा कुत्ते गलियों में घूम रहे हैं. यही नहीं कितने परिवारों ने अपने पेट डॉग को पाल रखा है इसके बारे में भी कोई डेटा नहीं है.
जानकारी के मुताबिक अबतक 750 कुत्तों का रजिस्ट्रेशन लोगों ने कराया है. लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि शहर में करीब 10 हजार के करीब कुत्ते लोगों के घरों में पल रहे हैं. ऐसे में यह पता लगाना बड़ा मुश्किल होगा कि कहा पिटबुल, अमेरिकन बुली और रोटवेईलर जैसे कुत्तों को पाला जा रहा है.