यूपी में कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन के घर पर छापेमारी करके जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) के अधिकारियों ने 150 करोड़ रुपये से अधिक नकद बरामद किया. इस छापेमारी में डीजीजीआई के अलावा आयकर विभाग की टीम भी हिस्सा ले रही है. नोटों को गिनने के लिए एसबीआई के अफसरों की मदद ली जा रही है.
गौरतलब है कि गुरुवार को जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) इंटेलिजेंस की अहमदाबाद इकाई ने कानपुर के त्रिमूर्ति फ्रैग्रेंस प्राइवेट लिमिटेड (शिखर ब्रांड पान मसाला और तंबाकू उत्पादों के निर्माता) के गोदाम और कारखानों के अलावा गणपति रोड कैरियर्स के कार्यालय पर तलाशी अभियान शुरू किया था.
अधिकारियों के अनुसार, ट्रांसपोर्टर माल ले जाने के दौरान ई-वे बिलों को बनाने से बचने के लिए फर्जी कंपनियों के नाम पर बिल बनाता था. बिल की रकम 50 हजार रुपये से कम होती थी, ताकि ई-वे बिल की जरुरत ही न पड़े. डीजीजीआई ने कहा, 'ट्रांसपोर्टर इस तरह फर्जीवाड़ा करके नकद एकत्र कर रहा था और इसे निर्माता को सौंप रहा था.'
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अधिकारियों ने कथित तौर पर फैक्ट्री परिसर के बाहर ऐसे चार ट्रकों को रोका और जब्त किया, जिन्हें बिना इनवॉइस और ई-वे बिल के फैक्ट्री से ले जाया जा रहा था. ट्रांसपोर्टर गणपति रोड कैरियर के दफ्तर में अधिकारियों को बिना जीएसटी भुगतान के माल के परिवहन के लिए इस्तेमाल किए गए 200 से अधिक नकली चालान भी मिला.
About Rs 150 crores have been seized in the raid from businessman Piyush Jain's residence in Kanpur, counting still underway.@cbic_india pic.twitter.com/EAntnK1W3q
— Prasar Bharati News Services पी.बी.एन.एस. (@PBNS_India) December 24, 2021
ट्रांसपोर्टर के कब्जे से कथित तौर पर 1.01 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई. इसके बाद डीजीजीआई ने कानपुर में व्यवसायी पीयूष जैन (उत्तर प्रदेश के कन्नौज में ओडोकेम इंडस्ट्रीज के भागीदार) के आवासीय परिसर पर छापेमारी की. पीयूष जैन पर आरोप है कि वह नकद पैसे लेकर परफ्यूमरी कंपाउंड की आपूर्ति कर रहे थे.
पीयूष जैन के घर पर छापेमारी के दौरान कागज में लिपटे भारी मात्रा में नकदी बरामद हुए. डीजीजीआई के मुताबिक, भारतीय स्टेट बैंक, कानपुर के अधिकारियों की मदद से नकदी की गिनती की प्रक्रिया शुरू की गई है, जो आज शाम तक जारी रह सकती है, नकदी की कुल राशि 150 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है.
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डीजीजीआई ने कहा कि टैक्स बकाया के रूप में अब तक 3.09 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है.
8 मशीनों से नोटों की गिनती जारी
इस छापेमारी को 24 घंटे से ज्यादा बीत गए हैं. घर के अंदर टीम बैठकर नोट गिनने का काम कर रही है. गुरुवार को नोट गिनने की 6 मशीनें बुलाई गई थीं, लेकिन यहां नोटों के बंडल इतने हैं कि मशीनें कम पड़ गई. इसके बाद दो और मशीनें बुलाईं गईं. 8 मशीनों की मदद से टीम नोट गिनने का काम कर रही है, लेकिन अब तक गिनती जारी है.