गुजरात के मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी 15 अक्टूबर को कानपुर में रैली करके यूपी में अपने चुनावी अभियान का आगाज करेंगे.
शुक्रवार, 20 सितंबर को मोदी की यूपी में रैलियों का आधिकारिक कार्यक्रम जारी होने के बाद बीजेपी के प्रदेश नेताओं ने कानपुर में रैली स्थल के चुनाव के लिए माथापच्ची शुरू कर दी है. इस रैली में करीब ढाई लाख लोगों के आने की उम्मीद पार्टी ने जताई है लेकिन कानपुर शहर में कोई ऐसा मैदान नहीं है जहां एकसाथ इतनी बड़ी भीड़ जुट सके. कानपुर में जो मुख्य मैदान हैं उनमें शास्त्री नगर सेंट्रल पार्क और मोतीझील मैदान की क्षमता 40-40 हजार, आर्मापुर और साकेतनगर मैदान की क्षमता एक-एक लाख, नानाराव और ब्रजेंद्र स्वरूप पार्क की क्षमता 30-30 हजार और फूलबाग मैदान की क्षमता 50 हजार लोगों की है.
जाहिर है कि मोदी की रैली के लिए जुटने वाली अनुमानित भीड़ की संख्या से कानपुर के मैदानों की क्षमता काफी कम बैठती है. जिला प्रशासन ने शहर के फूलबाग मैदान पर रैली करने पर रोक लगा रखी है. ऐसी हालत में रैली स्थल के चयन को लेकर भाजपाईयों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं.
बीजेपी नेता आर्मापुर और साकेतनगर मैदान के अलावा गोविंद नगर में पराग डेरी के बगल मौजूद रेलवे मैदान पर मोदी की रैली कराने पर मंथन कर रहे हैं. कानपुर बीजेपी जिला अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी बताते हैं, 'कानपुर में मोदी की रैली का ऐतिहासिक बनाया जाएगा. यहां हैदराबाद और रेवाड़ी में जुटी भीड़ का रिकार्ड भी टूटेगा. मोदी की रैली में जितनी भीड़ आने की संभावना है उनता बड़ा मैदान शहर में नहीं दिख रहा है. आर्मापुर और रेलवे मैदान के बारे में विचार चल रहा है. इस संबंध में डीएम से बात हुई है, उन्होंने च्वाइस बताने को कहा है.'