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कानपुर: प्रशासन ने 3 जून की हिंसा के आरोपियों की प्रॉपर्टी सील करना किया शुरू, बुल्डोजर एक्शन में कई मकान जमींदोज

कानपुर में 3 जून को हिंसा भड़क उठी थी. इस मामले में अब प्रशासन ने आरोपियों की संपत्ति सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रशासन ने तीन प्रॉपर्टी सील कर दी है.

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कानपुर में हुई थी पत्थरबाजी (फाइल फोटो)
कानपुर में हुई थी पत्थरबाजी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रशासन ने सील की तीन प्रॉपर्टी
  • 3 जून को कानपुर में हुई थी हिंसा

उत्तर प्रदेश में हिंसा की घटनाओं के बाद पुलिस प्रशासन एक्शन में है. कहीं आरोपियों के सिर से छत हटाई जा रही है तो कहीं प्रॉपर्टी पर सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है. कानपुर में 3 जून को भड़की हिंसा के मामले में भी प्रशासन का एक्शन जारी है. कानपुर प्रशासन ने 3 जून की हिंसा के आरोपियों की प्रॉपर्टी सील करने की शुरुआत कर दी है तो वहीं कई मकानों पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज भी किया है.

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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पैगंबर मोहम्मद को लेकर नूपुर शर्मा के बयान को लेकर 3 जून को भड़की हिंसा के मामले में तीन प्रॉपर्टी सील कर दी गई है. कानपुर के जॉइंट पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद प्रकाश तिवारी ने इस संबंध में कहा है कि ये कार्रवाई अलग-अलग इलाकों में की गई है. वहीं, कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (KDA) के वाइस चेयरमैन अरविंद सिंह ने कहा है कि बगैर क्लीयरेंस के निर्मित प्रॉपर्टी सील की गई है.

KDA के वाइस चेयरमैन के मुताबिक हाजी वासी, शाबी सलीम और एचएस मलिक की बगैर क्लीयरेंस बनवाई गई प्रॉपर्टी को सील किया गया है. सील की गई प्रॉपर्टी की निगरानी की जिम्मेदारी संबंधित थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी को सौंप दी गई है. उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस कमिश्नर से सभी थाना प्रभारियों को ये निर्देश देने का निवेदन किया गया है कि कोई भी सील प्रॉपर्टी पर निर्माण करने की कोशिश करे तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए.

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केडीए की ओर से ये कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से कानून-व्यवस्था की समीक्षा के लिए की गई बैठक के एक दिन बाद की गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ निर्देश दिए थे कि हिंसा के आरोपियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए जिससे कड़ा संदेश जाए. कानपुर में 3 जून के दिन नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए थे.

इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी और पेट्रोल बम भी चले थे. कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा की घटना के बाद प्रशासन ने बुलडोजर भी चलाया था. 3 जून को कानपुर की घटना के बाद 10 जून को सूबे के कई शहरों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए थे और तब भी हिंसक घटनाएं हुई थीं.

 

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