कासगंज में शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने गई पुलिस टीम पर जानलेवा हमले के बाद अब खबर है कि पुलिस ने इस हत्याकांड के एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है. हालांकि घटना का मुख्य आरोपी मोती धीमर अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. जानकारी के मुताबिक सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर के निकट काली नदी के किनारे यह मुठभेड़ हुई. एनकाउंटर में मारे गए शख्स की पहचान मोती धीमर के भाई एलकार के रूप में हुई है.
बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि कासगंझ के सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव नगला धीमर में अवैध शराब का कारोबार बंद कराने गई पुलिस की टीम पर जानलेवा हमला किया गया था. शराब माफियाओं ने पहले एक सब इंस्पेक्टर और सिपाही को बंधक बना लिया और फिर दोनों को गायब कर दिया था. बाद में सब इंस्पेक्टर घायल अवस्था में खेत में मिले थे जबकि सिपाही की लाश दूसरी जगह से बरामद हुई थी.
बताया जा रहा था कि नगला धीमर गांव में पुलिस को बड़े स्तर पर अवैध शराब का कारोबार चलाए जाने की खबर मिली थी. खबर मिलने पर पुलिस की टीम बीते मंगलवार को गांव में छापा मारने पहुंची थी लेकिन इस बात की भनक शराब माफियाओं को पहले ही लग चुकी थी. आरोपियों ने छापा मारने पहुंची पुलिस टीम को घेर लिया और सब इंस्पेक्टर अशोक और सिपाही देवेंद्र को बंधक बना लिया था.
बाद में अशोक खेत में घायल मिले थे जबकि देवेंद्र की दूसरी जगह पर लाश मिली थी. घटना के सामने आने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर एनएसए लगाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही देवेंद्र के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का भी ऐलान किया है. आश्रित को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है.