वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर और सटी हुई ज्ञानवापी मस्जिद केस में अब अगली सुनवाई 21 जनवरी 2020 को होगी. इससे पहले 11 दिसंबर को वाराणसी की सिविल जज (सीनियर डिवीजन- फास्ट ट्रैक कोर्ट) ने सुनवाई के लिए 9 जनवरी की तारीख तय की थी. लेकिन मुस्लिम पक्षकारों ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं की. वहीं आज (शुक्रवार) की सुनवाई में मुस्लिम पक्षकारों ने वकील के बीमार होने का हवाला दिया. जिसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 21 जनवरी को अगली तारीख मुकर्रर की है.
बता दें, कोर्ट में प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग भगवान विश्वेश्वर बनाम अंजुमन इंतजामियां मस्जिद के दो पक्षकार आमने-सामने हैं. प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग भगवान विश्वेश्वरनाथ ने सिविल जज कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद सहित विश्वनाथ मंदिर परिसर के आसपास पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने की अपील की है.
कथित विवादित परिसर में शिवलिंग का दावा
प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग भगवान विश्वेश्वर के पक्षकार पंडित सोमनाथ व्यास और अन्य ने याचिका दायर करके कोर्ट से पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने की मांग की है. इस केस में अंजुमन इंतजामिया मस्जिद और अन्य विपक्षी भी शामिल हैं. मुकदमा दाखिल करने वाले दो वादियों डॉ. रामरंग शर्मा और पंडित सोमनाथ व्यास की मौत हो चुकी है. जिसके बाद वादी पंडित सोमनाथ व्यास की जगह पर वादमित्र पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता (सिविल) विजय शंकर रस्तोगी केस का प्रतिनिधित्व कर रहे है.
उन्होंने प्रार्थनापत्र में कहा है कि कथित विवादित परिसर में स्वयंभू विश्वेश्वरनाथ का शिवलिंग आज भी स्थापित है. इसलिए यहां पर पुरातात्विक सर्वेक्षण कराया जाए.