
सावन के पावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. सावन के महीने में बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी बम-बम बोल रही है वहीं व्यवस्था के मोर्चे पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास भी एक्टिव मोड में है. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की 103 वीं बैठक मंडलायुक्त सभागार में हुई जिसमें मंदिर के संचालन और व्यवस्था के साथ ही अन्य विषयों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए.
सावन के महीने में मंगला आरती, रुद्राभिषेक के साथ ही पूजा के टिकट की दर बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया. मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा कि आरती के दौरान श्रद्धालुओं के लिए अच्छी व्यवस्था की जाए और परिसर में टीवी लगाकर सभी को दर्शन कराया जाए. मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई. इस बजट प्रस्ताव में 4131.80 लाख रुपये की आय और 2273.55 लाख रुपये के व्यय का अनुमान जताया गया है. न्यास की बैठक में इस बजट प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई.
सुरक्षा की जिम्मेदारी एजेंसी को देने पर लगी मुहर
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की साफ-सफाई और सुरक्षा के लिए कुशल एजेंसी को जिम्मेदारी देने के प्रस्ताव पर भी न्यास की बैठक में मुहर लगाई गई. न्यास की बैठक में मां गंगा की प्रतिमा स्थापित करने के साथ ही नवीन प्रोटोकॉल व्यवस्था बनाए जाने का भी निर्णय लिया गया. ये व्यवस्था जल्द लागू होगी जिसके बाद प्रोटोकॉल पूरी तरह से न्यास के नियंत्रण में होगा.
मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति देगा मंदिर न्यास
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दंडी स्वामियों के भोजन की व्यवस्था फिर से शुरू करने का निर्णय भी लिया गया. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति ने विश्वविद्यालय के 22 विभागों के दो-दो मेधावियों को छात्रवृत्ति का प्रस्ताव रखा. न्यास की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई.
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मेधावियों को छात्रवृत्ति का खर्च मंदिर प्रशासन उठाएगा. इसके साथ ही पंचांग पर आधारित डायरी गीता प्रेस से प्रकाशित कराने का निर्णय भी न्यास की बैठक में लिया गया. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से चंदौली के कालेश्वर मंदिर और बेनीपुर स्थित संकट हरण हनुमान मंदिर में कैमरा लगाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई.
विग्रहों के पूजा-पाठ की होगी व्यवस्था
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में कॉरिडोर निर्माण के दौरान मिले विग्रहों का राग-भोग और पूजा-पाठ कराने की व्यवस्था कराने का भी निर्णय न्यास की बैठक में लिया गया. इसके अलावा श्रीकाशी विश्वनाथ न्यास की बैठक में कर्मचारियों की सेवा नियमावली, शास्त्रार्थ की व्यवस्था, न्यास संचालन संबंधी अन्य व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की गई.
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हरेराम त्रिपाठी, प्रोफेसर चंद्रमौली उपाध्याय, प्रोफेसर बृजभूषण ओझा, पंडित दीपक मालवीय, के वेंकटरमन गणपति, पंडित प्रसाद दीक्षित, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्रा, विशेष कार्याधिकारी उमेश कुमार सिंह, संजय कुमार चतुर्वेदी और अन्य सदस्य मौजूद रहे.