उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक शिक्षक की बड़ी लापरवाही सामने आई है. कौशांबी उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक ने चूकवश एक छात्र को क्लासरूम में ही बंद कर दिया और घर चले गए. बच्चे की रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना प्रधानाचार्य को दी.
यह मामला विकासखंड मंझनपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय टेवा का है. टेवां गांव के निवासी मो. रशीफ का बेटा हसनैन गांव में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में छठवीं का छात्र है. बुधवार को हसनैन स्कूल गया था. छुट्टी के बाद शिक्षक क्ला रूम को बिना देखे ताला लगाकर घर चले गए, जबकि हसनैन कक्षा में ही रह गया. कुछ देर बाद हसनैन जोर-जोर से रोने लगा. रोने की आवाज सुन ग्रामीण पहुंचे और इसकी सूचना प्रधानाचार्य अनीता त्रिपाठी को दी गई.
इसी दौरान किसी ने क्लासरूम में बंद छात्र का वीडियो बनाकर कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. वीडियो 10 अगस्त का बताया जा रहा है. आरोप है कि प्रधानाचार्य दो घंटे बाद स्कूल पहुंचीं और ताला खोला. इसको लेकर अभिभावकों की प्रिंसिपल से तीखी नोक-झोंक भी हुई. फिलहाल परिवार की ओर से मामले की शिकायत नहीं की गई है.
छात्र मो. हसनैन ने बताया, 'मुझे सिरदर्द हो रहा था. मैं क्लासरूम में सो गया था. जब मेरी नींद खुली तो देखा कि दरवाजे बंद थे. मैं रोने लगा. जब खूब चिल्लया तो मेरी आवाज सुनकर आसपास के लोग आए और मैडम को फोन किया. मैडम के आने के बाद क्लासरूम खोला गया.'
वहीं, मो. रशीफ (छात्र के पिता) ने बताया कि खबर मिलते ही टीचर भी आ गईं. जिम्मेदारी तो टीचर की बनती है. अभी हमने अधिकारी को सूचना नहीं दी है. वह अपनी गलती मान रही हैं, इसलिए हमने कोई कार्रवाई नहीं की.
इस मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी से जांच कराई जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद डीएम को भेजा जाएगा. साथ ही लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.