प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यूपी को बड़ी सौगत दी है. उन्होंने कुशीनर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया. पर्यटन के लिहाज से इस एयरपोर्ट के मायने काफी ज्यादा हैं. कुशीनगर एक अंतरराष्ट्रीय बौद्ध तीर्थस्थल है जहां भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था. ऐसे में देश-विदेश से यहां पर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहेगा.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जानकारी दी है कि 26 नवबंर से दिल्ली से कुशीनगर के लिए डायरेक्ट फ्लाइट शुरू हो जाएंगी. वहीं बाद में मुंबई और कोलकाता से भी कुशीनगर के लिए डायरेक्ट फ्लाइट की सेवा शुरू कर दी जाएगी. ऐसे में कोई भी पर्यटक कम समय में ज्यादा सुविधा के साथ कुशीनगर जा सकेगा.
इसके अलावा कुशीनगर बौद्ध सर्किट का अहम हिस्सा है जिसमें लुंबिनी, सारनाथ और गया तीर्थस्थल शामिल हैं. ऐसे में कुशीनगर एयरपोर्ट की अहमियत और ज्यादा बढ़ जाती है.
किन देशों के लिए फ्लाइट?
जानकारी मिली है कि कुशीनगर एयरपोर्ट की वजह से दक्षिण एशियाई देशों संग भारत का संपर्क और ज्यादा मजबूत हो जाएगा. जो भी यात्री श्रीलंका, चीन, थाइलैंड, सिंगापुर, जापान जैसे देशों से कुशीनगर आना चाहेंगे, उन्हें ये एयरपोर्ट काफी राहत देने वाला है.
यहां आने वाले यात्री लुम्बिनी, बोधगया, सारनाथ और कुशीनगर की यात्रा कर सकते हैं. इसके साथ ही श्रावस्ती, कौशांबी, संकीशा, राजगीर और वैशाली की यात्रा भी कम समय में हो जाएगी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने जानकारी दी है कि यूपी में अभी 11 एयरपोर्ट पर और काम हो रहा है. इस लिस्ट में अयोध्या और गौतमबुद्ध नगर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे भी शामिल हैं.
कुशीनगर एयरपोर्ट की बात करें तो इसे 260 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. इसमें टर्मिनल 3 हजार 600 वर्ग मीटर में फैला है. नया टर्मिनल भीड़भाड़ वाले समय में 300 यात्रियों को आने-जाने की सुविधा देगा. कुशीनगर एयरपोर्ट की ये भी खासियत रहने वाली है कि यहां पर हर घंटे आठ फ्लाइट आ-जा सकती हैं.
श्रीलंका के लिए क्यों खास?
श्रीलंका के लिए तो इस कुशीनगर एयरपोर्ट की अलग ही अहमियत देखने को मिल रही है. आज उद्घाटन समारोह के दौरान श्रीलंका के कोलंबो से आया विमान उतरा, इसमें 100 से अधिक बौद्ध भिक्षु समेत अन्य अधिकारी शामिल थे. ऐसे में इस एक एयरपोर्ट की वजह से भारत-श्रीलंका के रिश्ते भी और ज्यादा मजबूत हो जाएंगे.
वहीं इस खास मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपना महत्वकांक्षी रोडमैप देश के सामने रख दिया है. उन्होंने जोर देकर कहा है कि आने वाले तीन चार सालों में देश में 200 से अधिक एयरपोर्ट, सीपौड का नेटवर्क खड़ा करने की कोशिश है.
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