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महाकुंभ में भी गूंजा गणतंत्र का नारा

उत्तर प्रदेश की प्रयागनगरी में लगे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले में धर्म और श्रद्धा के बीच शनिवार को 64वें गणतंत्र की गूंज भी सुनाई दी.

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उत्तर प्रदेश की प्रयागनगरी में लगे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले में धर्म और श्रद्धा के बीच शनिवार को 64वें गणतंत्र की गूंज भी सुनाई दी.

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आश्रमों में दिखी तिरंगे की शान
श्रद्घालुओं ने सुबह गंगा मइया के जयकारे के साथ ही 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' का भी जयघोष किया. प्रशासन के मुताबिक शनिवार को पांच लाख से अधिक लोगों के संगम में डुबकी लगाने की उम्मीद है. महाकुम्भ में जुटे देश के विभिन्न नामी गिरामी अखाड़ों के महामंडलेश्वरों की ओर से 64वां गणतंत्र दिवस मनाने की पूरी तैयारी की गई थी. धर्मध्वजाओं से लैस बाबाओं के आश्रमों में तिरंगा भी शान से लहराता देखा गया.

अखाड़ों में समारोह की धूम
जूना अखाड़े, निर्वाणी अखाड़े, दशनामी, अग्नि अखाड़े और निर्मोही अखाड़े के अलावा लगभग सभी छोटे बड़े अखाड़ों ने गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया. अखाड़ों के अलावा देश के विभिन्न राज्यों से जुटे श्रद्धालु भी गंगा मइया की जय के साथ ही वंदेमातरम और भारत माता की जय का उद्घोष करते नजर आए.

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जूना अखाड़े से जुड़े एक संत कहते हैं, 'सबसे बड़ा धर्म तो राष्ट्र के प्रति भक्ति है. राष्ट्रधर्म के बाद ही किसी और का नम्बर आता है इसलिए आज सभी अखाड़ों की ओर से गणतंत्र दिवस मनाने के इंतजाम किए गए हैं.'

कई कार्यक्रमों का आयोजन
धर्म और आस्था की महाकुम्भ नगरी में धर्मध्वजा, भगवा के बीच तिरंगा भी लहराया. 26 जनवरी के मौके पर विभिन्न शिविरों के शंकराचार्य, महंतो, महामंडलेश्वरों और अन्य पंडालों में तिरंगा फहराया गया और भक्तों के बीच मिठाइयां बांटी गयीं. अखाड़ों के शिविरों में देशभक्ति से जुड़े कई कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया.

नौका महोत्‍सव व पर्यावरण परेड
महाकुम्भ में 64वें गणतंत्र दिवस के मौके पर करीब 50 देशों के पर्यावरण विशेषज्ञों एवं गंगा प्रेमियों की ओर से पर्यावरण नौका महोत्सव एवं पर्यावरण परेड का आयोजन किया गया. परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद का मानना है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर संत, महात्माओं को शांति, संस्कार, गंगा की रक्षा का भी संदेश देना चाहिए क्योंकि धर्म की नगरी में दिया गया यह संदेश पूरी दुनिया में एक साथ फैलेगा.

कुंभ में और बढ़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था
इस बीच 26 जनवरी के मौके पर महाकुम्भ में आयोजित हो रहे विभिन्न कार्यक्रमों को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है. चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शनिवार को पांच लाख से अधिक लोगों के संगम स्नान की उम्मीद है.

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