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Coonoor Crash: हेलिकॉप्टर उड़ा रहे पृथ्वी सिंह के पिता बोले, '3 दिन पहले बेटे का आया फोन, आंखों का इलाज कराने का किया था वादा'

जिस हेलिकॉप्टर को सीडीएस बिपिन रावत ले जा रहा था, वो कुन्नूर में क्रैश हो गया. इस हेलिकॉप्टर को वायुसेना के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान उड़ा रहे थे. इस हादसे में उनकी भी जान चली गई. पृथ्वी सिंह के पिता ने बताया कि तीन दिन पहले ही उनके बेटे का फोन उनके पास आया था.

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विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान. (फाइल फोटो)
विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान. (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कुन्नूर हादसे में विंग कमांडर पृथ्वी सिंह का निधन
  • पिता बोले- आखिरी बार रक्षाबंधन पर आया था बेटा

तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को दर्दनाक हादसा हो गया. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) को ले जा रहा वायुसेना का Mi-17V5 क्रैश हो गया. इससे जनरल बिपिन रावत समेत चौपर में सवार 13 लोगों की जान चली गई. जिस हेलिकॉप्टर क्रैश की वजह से ये हादसा हुआ, उसे आगरा के रहने वाले वायुसेना के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (Prithivi Singh Chauhan) उड़ा रहे थे. 

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पृथ्वी सिंह के निधन की जानकारी मिलने के बाद आगरा के दयालबाग सरण नगर स्थित घर पर रिश्‍तेदारो और पड़ोसियों की भीड़ जुटी हुई है. चार बहनों के बाद इकलौते बेटे की हादसे में अचानक मौत की खबर के बाद 75 वर्षीय पिता सुरेंद्र सिंह सकते में हैं. 

'बेटा जल्द ही मिलने घर आने वाला था'

पिता सुरेंद्र सिंह ने याद करते हुए बताया कि 'तीन दिन पहले बेटे का फोन आया था. उसने मेरी आंखों का इलाज कराने का वादा किया था. इसके अलावा बहुत सारी बातें की थीं. बेटा जल्दी ही मिलने घर आने वाला था, लेकिन अब उसकी मौत की खबर आई है.'

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उन्होंने बताया, पृथ्वी चार बहनों में सबसे छोटा था. उनका बेटा बेहद मिलनसार था, जिससे मिलता था उसका दिल जीत लेता था. उन्होंने बताया कि आखिरी बार बेटा रक्षाबंधन पर घर आया था.

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पृथ्वी की बड़ी बहन मीना सिंह ने बताया, 'मुझे मेरी बड़ी बहन ने मुंबई से फोन किया था कि ऐसा हादसा हो गया है. फिर मैंने अपनी भाभी (पृथ्वी की वाइफ) को फोन किया. भाभी की फ्रेंड ने बताया कि दीदी बुरी खबर है.' उन्होंने बताया कि उनका भाई पढ़ाई-लिखाई में अच्छा था. नेचर का अच्छा था. मां-बाप का लाडला था.

पृथ्वी सिंह वर्तमान में कोयम्‍बटूर के पास एक एयरफोर्स स्‍टेशन पर तैनात थे. दोपहर में जब हेलिकॉप्‍टर क्रैश होने की खबर आई तो बड़ी बेटी शकुंतला ने अपने भाई पृथ्‍वी को फोन किया. उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था. इस पर बहू कामिनी को संपर्क साधा. कामिनी ने इस दुखद हादसे की जानकारी दी.

पहली पोस्टिंग हैदराबाद में हुई थी

एयरफोर्स ज्‍वाइन करने के बाद पृथ्‍वी की पहली पोस्टिंग हैदराबाद में हुई थी. इसके बाद वो गोरखपुर, गुवाहाटी, ऊधमसिंह नगर, जामनगर, अंडमान निकोबार सहित अन्‍य एयरफोर्स स्‍टेशन्‍स पर तैनात रहे. उन्‍हें एक साल की विशेष ट्रेनिंग के लिए सूडान भी भेजा गया था.

 

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