यूपी के लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अचानक देर रात लखनऊ पहुंचीं, जिसके कुछ देर बाद लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गईं. हालांकि, साढ़े पांच घंटे बाद प्रियंका को सीतापुर के हरगांव से हिरासत में ले लिया गया. इसके बाद उन्हें सीतापुर के ही गेस्ट हाउस ले जाया गया है. वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, जयंत चौधरी समेत अन्य विपक्षी नेता सोमवार सुबह लखीमपुर के लिए रवाना होंगे. सूत्रों के अनुसार, पुलिस ज्यादातर नेताओं को लखीमपुर खीरी तब तक नहीं जाने देगी, जब तक घटनास्थल पर हालात बेहतर नहीं हो जाते हैं.
इससे पहले लखनऊ से लखीमपुर के लिए निकलने के दौरान उनकी और अन्य कांग्रेसी नेताओं की पुलिस से झड़प भी हुई. पुलिस ने प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए हाउस अरेस्ट भी किया, लेकिन वह कुछ दूर पैदल चलकर गाड़ी पर सवार होकर लखीमपुर खीरी के लिए लखनऊ से निकल गईं. प्रियंका ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए किसानों को कुचलने की राजनीति करने का आरोप लगाया है.
प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के कई अन्य नेता भी लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए. जगह-जगह पर प्रशासन और पुलिस का बंदोबस्त किया गया. इस दौरान कई जगहों पर कांग्रेस समर्थकों और पुलिस के अधिकारियों के बीच तीखी नोक-झोंक भी देखने को मिली. पुलिस के अधिकारी कांग्रेसी नेताओं को रोकने की कोशिश करते हुए नजर आए. टोल से कांग्रेसी नेताओं की गाड़ी नहीं निकल सके, इसके लिए पूरे इंतजाम किए गए थे. इस बीच, एक समय ऐसा भी आया, जब प्रियंका गांधी की गाड़ी को यूपी पुलिस ट्रेस करने में नाकामयाब रही. पुलिस के अधिकारी उन्हें रोकने के लिए कई रोडवेज की बसों को भी चेक करते नजर आए.
हिरासत में ली गईं प्रियंका गांधी वाड्रा
लखीमपुर खीरी जा रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में ले लिया गया. सीतापुर के हरगांव से यूपी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया, जिसके बाद उन्हें सेकंड बटालियन गेस्ट हाउस ले जाया गया. वहीं, यूपी कांग्रेस ने दावा किया कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. यूपी कांग्रेस ने ट्वीट किया, ''प्रियंका गांधी जी को हरगांव से गिरफ्तार करके सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है, कृपया सभी लोग पहुंचे.'' यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने ट्वीट कर कहा कि आखिरकार वही हुआ, जिसकी बीजेपी से उम्मीद थी. 'महात्मा गांधी' के लोकतांत्रिक देश में 'गोडसे' के उपासकों ने भारी बारिश और पुलिसबल से संघर्ष करते हुए अन्नदाताओं से मिलने जा रही हमारी नेता प्रियंका गांधी जी को हरगांव से गिरफ्तार किया. यह लड़ाई का सिर्फ आरंभ है!! किसान एकता जिंदाबाद.''
आखिरकार वही हुआ, जिसकी BJP से उम्मीद थी
— Srinivas BV (@srinivasiyc) October 4, 2021
'महात्मा गांधी' के लोकतांत्रिक देश में 'गोडसे' के उपासकों ने भारी बारिश और पुलिसबल से संघर्ष करते हुए अन्नदाताओं से मिलने जा रही हमारी नेता @priyankagandhi जी को हरगांव से गिरफ्तार किया..
ये लड़ाई का सिर्फ आरंभ है!! किसान एकता जिंदाबाद pic.twitter.com/vehKIxh87B
लखीमपुर खीरी के रास्ते से ही सरकार पर बरसीं प्रियंका
लखीमपुर खीरी के रास्ते से ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी और सरकार पर निशाना साधा. प्रियंका ने एक वीडियो में आरोप लगाया है कि इस देश में किसानों को जिस तरह से कुचला जा रहा है, उसके लिए कोई लफ्ज ही नहीं है. कई महीनों से किसान आवाज उठा रहा है कि उसके साथ गलत हो रहा है, लेकिन सरकार सुनने को राजी नहीं है. आज जो हुआ, वह दिखाता है कि सरकार किसानों को कुचलने और खत्म करने की राजनीति कर रही है. यह किसानों का देश है. यह बीजेपी की विचारधारा की जागीर नहीं है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगे कहा, ''मैं अपने घर से निकलकर कोई अपराध करने नहीं जा रही हूं. पीड़ित परिवार से मिलकर उनके आंसू पोंछने जा रही हूं. इसमें क्या गलत कर रही हूं. मैंने जब सीओ को बुलाया तब वह छिप रहे थे. अगर सही काम कर रहे थे, तो छिप क्यों रहे?''
जिस तरह से इस देश में किसान को कुचला जा रहा है, उसके लिए लफ्ज़ ही नहीं हैं।
— Congress (@INCIndia) October 3, 2021
आज जो हुआ, वो दिखाता है कि ये सरकार किसानों को कुचलने और खत्म करने की राजनीति कर रही है।
ये देश किसानों का देश है, भाजपाई विचारधारा की जागीर नहीं है : श्रीमती @priyankagandhi#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/Ov8lD7tepA
सतीश चंद्र मिश्रा हाउस अरेस्ट, संजय सिंह को भी रोका गया
लखीमपुर कांड के बाद विपक्षी दलों के नेताओं का लखीमपुर खीरी पहुंचना शुरू हो गया है. कई नेताओं ने सोमवार को लखीमपुर जाने का ऐलान किया तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ देर रात को ही लखनऊ से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गईं. उन्हें शुरुआत में पुलिस ने कौल आवास पर ही रोकने की कोशिश की, लेकिन वह पैदल ही आगे बढ़ गईं और फिर गाड़ी के जरिए लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गईं. इसके अलावा, बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा को लखनऊ में हाउस अरेस्ट कर लिया गया. उधर, किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले को भी रोका गया, लेकिन वह आगे जाने में कामयाब रहे. उधर, चंद्रशेखर का काफिला भी पुलिस ने खैराबाद के पास रोक दिया, जिसके बाद उन्हें सीतापुर पुलिस लाइन में नजरबंद कर दिया गया. आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी लखीमपुर खीरी जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें सीतापुर में रोक दिया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और जयंत चौधरी सोमवार सुबह लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होंगे.
We want to visit there (Lakhmipur)... Would they mow down farmers with cars for protesting the black law? We are not being allowed to move citing law & order disturbance there. We demand (written) order if they want to house arrest us: Satish Chandra Misra, BSP General Secy pic.twitter.com/hRndEPfDaN
— ANI UP (@ANINewsUP) October 3, 2021
चार किसानों समेत कुछ आठ की मौत
लखीमपुर के तिकुनिया इलाके में रविवार दोपहर को किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच में हिंसक झड़प हो गई. इसमें अब तक कुल आठ लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. दरअसल, यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम बीजेपी नेता आशीष मिश्रा रिसीव करने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान भिड़ंत शुरू हो गई. मारे गए लोगों में चार किसान और चार बीजेपी कार्यकर्ता हैं.
अखिलेश, प्रियंका समेत विपक्षी नेताओं ने बोला हमला
विवाद बढ़ने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत अनेक विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्य व केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. सोमवार को अखिलेश यादव समेत कई नेता लखीमपुर खीरी के दौरे पर भी जा रहे हैं. इस बीच, प्रियंका गांधी रविवार देर रात ही लखनऊ पहुंचकर लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होने लगीं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने घटना को लेकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट किया, ''बीजेपी देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका. यह किसानों का देश है, बीजेपी की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है. किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी.''
पल-पल की जानकारी ले रहे सीएम योगी
वहीं, पूरी घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पल-पल जानकारी ले रहे हैं. लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर इसी सिलसिले में अहम बैठक हुई. मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके जानकारी ली. इसमें एसीएस गृह, डीजीपी आदि शामिल रहे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान जारी करके घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा. बयान में कहा गया है कि जो भी मामले में दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सरकार इस घटना की वजहों के तह तक जाएगी और इसमें शामिल सभी तत्वों को बेनकाब करेगी. मौके पर मौजूद आला अधिकारी स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं.