यूपी के लखीमपुर खीरी में हिंसक झड़प के बाद राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने घटना में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की. राहुल गांधी के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ और पंजाब के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं चरणजीत सिंह चन्नी आदि भी थे. सभी नेता देर रात लखीमपुर पहुंचे और फिर पीड़ित परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया.
पिछले 24 घंटों में लखीमपुर कांड से जुड़े कई घटनाक्रम हुए. जहां एक ओर पहले विपक्षी नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति देने से इनकार कर रही योगी सरकार ने अपने फैसले में बदलाव किया तो वहीं, कई दिनों से पहले हिरासत और फिर बाद में गिरफ्तार की गईं प्रियंका गांधी वाड्रा को भी रिहा कर दिया गया. प्रियंका को लखीमपुर जाते समय पिछले दिनों सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था और बाद में उन्हें अरेस्ट कर लिया गया. पिछले 24 घंटे में लखीमपुर को लेकर क्या-क्या हुआ, जानिए.
पहले लखनऊ और फिर लखीमपुर पहुंचे राहुल
मंगलवार को राहुल गांधी के लखीमपुर पहुंचने का प्लान बना, जिसके बाद कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अनुमति मांगी. हालांकि, राज्य सरकार ने मंजूरी देने से इनकार कर दिया, लेकिन इसके बावजूद भी राहुल गांधी, भूपेश बघेल व अन्य नेता लखनऊ के लिए दिल्ली से रवाना हुए. फ्लाइट के जरिए सभी लखनऊ पहुंचे और इसी दौरान सरकार ने लखीमपुर खीरी जाने की नेताओं को अनुमति दे दी. हालांकि, लखनऊ एयरपोर्ट पर ऐसा समय भी आया, जब कांग्रेस नेता निजी गाड़ी से लखीमपुर जाने के लिए अड़ गए. बाद में अनुमति दी गई और फिर राहुल गांधी सीतापुर पहुंचे जहां पर प्रियंका गांधी को कई दिन पहले हिरासत में रखा गया था. यहां से सभी नेता लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए और पीड़ित परिवार वालों से मुलाकात की. राहुल, प्रियंका लवप्रीत, पत्रकार रमन कश्यप, सरदार नच्छतर सिंह आदि के परिवार वालों से मिले और ढांढस बंधाया. साथ ही केंद्रीय मंत्री को हटाने और उनके बेटे के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की.
शहीद सरदार नच्छतर सिंह के परिवारजनों से मिला, शोक संवेदनाएँ व्यक्त की।#लखीमपुर_नरसंहार के इन पीड़ित परिवारों ने दोहरी क्षति झेली है- अपनों को खोने का दुख तो है ही साथ में सरकार भी लगातार वार कर रही है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 6, 2021
लेकिन क्रूरता की इस रात की सुबह ज़रूर होगी।#NyayHokarRahega pic.twitter.com/A1tXRdqPlJ
प्रियंका गांधी को किया गया रिहा
प्रियंका गांधी को उस समय हिरासत में लिया गया था, जब वह लखनऊ से लखीमपुर के लिए जा रही थीं. इसके बाद सीतापुर से उन्हें हिरासत में लेकर 48 घंटे तक गेस्ट हाउस में रखा गया था. बाद में जब विपक्षी नेताओं को योगी सरकार ने लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दे दी, तब प्रियंका गांधी को हिरासत से रिहा कर दिया गया. एसडीएम प्यारेलाल मौर्य ने पीटीआई को जानकारी दी कि प्रियंका गांधी को हिरासत से रिहा कर दिया गया है. वहीं, कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि लड़ाई सत्य की जारी है. तानाशाह, नहीं खैर तुम्हारी है. श्रीमती प्रियंका गांधी को गैरकानूनी हिरासत से छोड़ना ही पड़ा. न्याय की मशाल अब बुझने न देंगे.''
सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, सुनवाई आज
लखीमपुर खीरी हिंसा का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है, जिसकी आज सुनवाई होगी. चीफ जस्टिस एनवी रमणा, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ सुनवाई करेगी. दो दिन पहले ही दो वकीलों ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखकर लखीमपुर खीरी में हुई इस वीभत्स घटना की न्यायिक जांच अपनी निगरानी में कराने के आदेश पारित करने की गुहार लगाई. इस जांच में सीबीआई जैसी एजेंसी को भी शामिल किया जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट में वकील शिव कुमार त्रिपाठी और सीएस पांडा ने चिट्ठी लिखी थी. सुप्रीम कोर्ट में लखीमपुर मामले को लेकर चीफ जस्टिस को लिखे गए पत्र में इन दोनों वकीलों ने इस घटना की न्यायिक जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने की अपील की है.
मुरादाबाद में हिरासत में लिए गए सचिन पायलट
सचिन पायलट को उस समय हिरासत में ले लिया गया, जब वह लखीमपुर कांड में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करने के लिए जा रहे थे. जैसे ही उनका काफिला यूपी के मुरादाबाद पहुंचा, पुलिस-प्रशासन ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी और हिरासत में ले लिया. सचिन पायलट ने कहा कि मुरादाबाद पुलिस और प्रशासन हमें आगे लखीमपुर जाने की इजाजत नहीं दे रहा है. कोई भी वजह नहीं बताई गई. हमें यहां पर रोक लिया गया. न तो वे हमें आगे जाने दे रहे हैं और न ही यहां रुकने दे रहे. वे हमें वापस बॉर्डर पर छोड़ देंगे.