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लखीमपुर डबल मर्डर: 'बेटे राशन लेने गए थे, गलत किया होता तो भाग जाते...', बोले आरोपी लड़कों के परिवारवाले

Lakhimpur Kheri Sisters Murder: लखीमपुर डबल मर्डर केस में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहां दो सगी दलित बहनों की हत्या करके शवों को पेड़ से लटका दिया गया था. पुलिस ने इस मामले में रेप की भी पुष्टि कर दी है. इस बीच आरोपियों के परिवारवालों का बयान आया है.

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लखीमपुर खीरी में दो बहनों का शव पेड़ से लटका मिला था
लखीमपुर खीरी में दो बहनों का शव पेड़ से लटका मिला था

लखीमपुर डबल मर्डर केस उलझता जा रहा है. वहां दो बहनों की हत्या के बाद उनके शवों को पेड़ से टांग दिया गया था. इस मामले में अबतक पुलिस ने छह आरोपियों को पकड़ लिया है. एक तरफ पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप और गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हुई है. वहीं दूसरी तरफ आरोपियों के परिवार सामने आए हैं. आजतक ने गिरफ्तार छह आरोपियों में से चार के घरवालों से बात की. सबने कहा कि वे लड़के बेकसूर हैं और दोपहर में तो वे लड़के साथ में राशन लेने बाहर गए थे. परिवारों का कहना है कि अगर उनके बच्चों ने कुछ गलत किया होता तो वे घर वापस नहीं आते, बल्कि कहीं भाग जाते लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

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आजतक ने आरोपी हफीजुरहमान, सोहेल, करीमुद्दीन और जुनैद के परिवार से बात की. सोहेल और जुनैद पर ही आरोप है कि वे लड़कियों को खेत पर ले गए. पुलिस का कहना है कि वे लड़कियों को बहलाफुसला कर बाइक लेकर गए थे. वहीं लड़कियों के परिवार का कहना है कि उनका जबरन लेकर जाया गया था.

हफीजुरहमान, सोहेल, करीमुद्दीन की माताओं ने कहा कि उनके बेटे बेकसूर हैं. तीनों ने दावा किया कि दोपहर को एक बजे से चार बजे के बीच उनके लड़के साथ में राशन लेने गए हुए थे. तीनों ने ही दावा किया कि अगर उनके लड़कों ने कोई गलती की होती तो वे भाग गए होते वापस घर नहीं आते. परिवार ने कहा कि सोहेल को रात को 10.30 बजे और हजीजुरहमान, करीमुद्दीन को आधी रात को गिरफ्तार किया गया. तीनों ही लड़के प्रवासी कामगार हैं. सोहेल और हफीजुर हैदराबाद और करीमुद्दीन गुजरात में छोटा-मोटा काम करता है.

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पकड़े गए छह आरोपियों की तस्वीर

वहीं चौथे आरोपी जुनैद के चाचा ने बताया कि वह दिल्ली के लिए निकल चुका था जहां से उसे हैदराबाद जाना था. इसपर पुलिस ने उसके पिता इजरायल को उठा लिया. फिर पिता के फोन करने पर पता चला कि वह पीलीभीत पहुंचा है. वहीं से पुलिस ने उसे पकड़ा. परिवार का कहना है कि घटना के वक्त वह भी राशन लेने गया हुआ था.

मृत लड़कियों के परिवार ने क्या कहा?

दूसरी तरफ आजतक से बातचीत में दोनों मृत बच्चियों की मां ने बताया कि जब वह घर के आंगन में स्नान कर वापस आ रही थी तो उसका एक हाथ बड़ी बेटी पकड़े थी और दूसरा हाथ पर छोटी बेटी सहारा दे रही थी. तभी अचानक से बाइक से आए 3 लोगों ने उनकी बेटियों को खींच लिया. लड़कियां चिल्लाने लगीं तो वो भी भागीं, लेकिन दो लड़कों ने उसकी बेटियों को जबरन बाइक पर बैठा लिया और ले जाने लगे.

मां ने एक लड़के का पैर पकड़ कर पीछे करने की कोशिश भी की लेकिन वह गिर गई. बीमारी में लगी चोट से थोड़ी देर बदरवास रहने के बाद मां ने चिल्लाकर मोहल्ले वालों से मदद की गुहार लगाई.

मां की मानें तो बाइक सवार तीनों युवक छोटू के दोस्त थे जो छोटू के घर से मुलाकात करने के बाद वापस आ गए. इन तीनों ने उसकी बेटियों को अगवा कर लिया. मां जब बाइक सवारों को पकड़ने की कोशिश कर रही थी तभी थोड़ी दूर पर छोटू को भी उसने देखा. वो लोग आसपास खोजबीन में लगे थे तभी करीब 5.30 बजे सूचना मिली कि लड़कियां खेत में मिल गई हैं.

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परिवार का क्या है दावा

  • 2:00 से 2:30 के बीच लड़कियों को मां के अनुसार अगवा किया जाता है.
  • 5:30 बजे गांव वाले बताते हैं कि लड़कियां खेत में लटकी मिली है.
  • 5.40 पर पुलिस की 112 गाड़ी को सूचना मिलती है.
  • 5.50 से 5.55 के बीच में पुलिस मौके पर पहुंचती है.
  • 6:30 बजे पुलिस दोनों शव को लेकर और माता-पिता को दूसरी जीप में बैठाकर निघासन थाने की तरफ बढ़ती है.

इसके बाद शाम 7.30 बजे के करीब निघासन चौराहे पर हंगामा शुरू हो जाता है. हंगामा रात में 11:30 बजे तक चलता है. हंगामा खत्म होने के बाद 12:30 बजे के लगभग पुलिस को तहरीर दी गई, जिसपर सुबह 1.19 am पर एफआईआर दर्ज हुई.

लड़कियों के परिवार ने रखी ये मांग

दलित लड़कियों के पिता और भाई पहले लड़कियों के अंतिम संस्कार को राजी नहीं थे. प्रशासन के समझाने के बाद परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गया. प्रशासन ने आर्थिक मदद और फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई का भरोसा दिलवाया है. इससे पहले तक परिवार का कहना था कि जब तक बड़े बेटे को नौकरी, आरोपियों को फांसी और आर्थिक मदद परिवार को नहीं मिलेगी तब तक शव घर में ऐसा ही रखे रहेंगे.

पुलिस का क्या है दावा, कुल छह आरोपी गिरफ्तार

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रेप और हत्या की इस गुत्थी को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. पुलिस की मानें तो दोनों बहनों को बहलाने-फुसलाने, उनके साथ रेप करने और उनकी हत्या करने के पीछे 6 लोग शामिल थे, जिसमें से पांच मुस्लिम हैं. पुलिस का दावा है कि आरोपियों से दोनों बहनों के पुराने रिश्ते थे. एसपी संजीव सुमन का दावा है कि दोनों बहनों की पहले से दोनों आरोपियों सोहेल और जुनैद से जान-पहचान थी. दोनों ने बहनों के साथ रेप किया. इसके बाद दोनों जब शादी का दबाव डालने लगीं तो सोहेल और जुनैद ने हफीजुल के साथ मिलकर हत्या कर दी. इसके बाद करीमुद्दीन और आरिफ को बुलाया गया. दोनों ने बहनों की लाश को पेड़ पर लटका दिया.

पुलिस के दावे से साफ है कि आरोपियों ने पहले दोनों बहनों को झांसा देकर दोस्ती की, दोनों का भरोसा जीता और फिर उसी रिश्ते को बुनियाद बनाकर रेप और डबल मर्डर जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दे दिया गया. पुलिस ने सोहेल, जुनैद, हफीजुल, करीमुद्दीन और आरिफ के साथ छोटू गौतम को भी गिरफ्तार किया है.

 

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