उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर राजनीति अब भी जारी है. इस हिंसा के मामले में तो अब तक बीजेपी विरोधियों के ही निशाने पर थी, लेकिन अब अपने भी उससे नाराज होने लगे हैं. बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल ने हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार करने की मांग की है.
अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने आशीष मिश्रा की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने कहा कि बिना देर किए आशीष मिश्रा को तुरंत गिरफ्तार किया जाए.
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में रविवार को हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में बहराइच के जगजीत सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें आशीष मिश्रा समेत 15-20 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है. पुलिस आशीष मिश्रा पर दंगे भड़काने, लापरवाही से गाड़ी चलाने और हत्या का केस दर्ज किया है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एफआईआर में लिखा गया है, '3 बजे के आसपास आशीष मिश्रा 15 से 20 हथियारबंद लोगों के साथ तीन गाड़ियों बनबीरपुर पहुंचे. आशीष मिश्रा उर्फ मोनू मिश्रा महिंद्रा थार में बाईं ओर बैठे थे और वहां से उन्होंने गोलियां चलानीं शुरू कर दी और भीड़ को रौंदते हुए आगे बढ़ गए. फायरिंग में गुरविंदर सिंह की मौत हो गई.' रिपोर्ट में आगे लिखा है, 'आशीष की तेज रफ्तार गाड़ी आगे जाकर पलट गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए. आशीष कार से बाहर आ गए, गोलियां चलाईं और गन्ने के खेत में छिप गए.'
जगजीत सिंह की ओर से दर्ज एफआईआर में लिखा है, 'एक वीडियो वायरल होने के बाद किसान अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए इकट्ठे हुए थे, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने एक जनसभा में राज्य से किसानों को खदेड़ने की धमकी दी थी.' ये वीडियो 3 अक्टूबर को हुई हिंसा से पहले वायरल हुआ था.
एफआईआर में आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री के बेटे ने गुंडागर्दी की और वीडियो वायरल होने के बाद भी केंद्र सरकार ने मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. शिकायतकर्ता ने मंत्री और उनके बेटे की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. प्रशासन और सरकार की ओर से कार्रवाई की मांग की गई है, लेकिन घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी आशीष मिश्रा को गिरफ्तार नहीं किया गया है.