Lakhimpur Violence: लखीमपुर हिंसा मामले में मंगलवार को मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) समेत सभी आरोपियों की कोर्ट में पेशी हुई. आशीष मिश्रा के वकील की तरफ से दी गई आरोपों को खारिज करने वाली 60 पेज की डिस्चार्ज एप्लीकेशन पर प्रॉसिक्यूशन की तरफ से जवाब दाखिल किया गया. साथ ही डिस्चार्ज एप्लीकेशन पर अभियोजन की तरफ से 24 पेज की आपत्ति दाखिल की गई है.
वहीं अन्य आरोपी अंकित दास, लतीफ काले, सत्यम त्रिपाठी, शेखर भारती और नंदन सिंह बिष्ट की तरफ से भी 60-60 पेज की डिस्चार्ज एप्लीकेशन दाखिल की गई. जिसपर प्रॉसिक्यूशन की तरफ से जवाब दाखिल करने के लिए 10 दिन का वक्त मांगा गया था. जिस पर कोर्ट ने 24 मई को अगले तारीख तय की है.
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लखीमपुर हिंसा मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत सभी आरोपियों पर आरोप तय होने में कितना वक्त लगेगा इस सवाल के जवाब में लखीमपुर के डीजीसी क्रिमिनल अरविंद त्रिपाठी ने कहा जब सभी आरोपियों की तरफ से डिस्चार्ज एप्लीकेशन पर आपत्ति दाखिल हो जाएगी, उसके बाद बहस होगी और तब आरोप तय होंगे.
हालांकि आरोप तय होने में कितना वक्त लगेगा? यह कहना मुश्किल है क्योंकि सभी की तरफ से 60 पेज की डिस्चार्ज एप्लीकेशन दाखिल की गई है. जिसको पढ़ना है, और उसके हिसाब से आपत्ति दाखिल करनी होगी.
ऐसे में सभी आरोपियों पर आरोप तय होने के बाद ही इस मामले का कोर्ट में ट्रायल शुरू होगा.
बता दें कि 18 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा की जमानत रद्द करते हुए 7 दिन में सरेंडर करने का आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आशीष मिश्रा ने छुट्टी वाले दिन रविवार 24 अप्रैल को ही लखीमपुर सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया और कोर्ट ने भी आनन-फानन में आशीष मिश्रा को जेल भेजने का आदेश दे दिया. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा अब लखीमपुर जेल में बंद है.