इलाहाबाद में बुधवार को जिला अदालत परिसर के भीतर एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर ने एक वकील की कथित तौर पर हत्या कर दी. घटना के बाद वकील उग्र हो गए और उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव किया तथा आगजनी की.
एक वीडियो फुटेज के अनुसार समस्या दोपहर के लंच के दौरान तब शुरू हुई, जब वकीलों और पुलिस अधिकारी के बीच पार्किंग क्षेत्र के निकट किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया. किसी मामले में गवाही देने के लिए अदालत आए पुलिस सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह ने अपनी पिस्तौल निकाली और गोली चला दी. मृत अधिवक्ता की पहचान नबी अहमद के तौर पर की गई है. पहले पुलिस ने मृतक की पहचान रोशन अहमद बताई थी.
फुटेज में सब इंस्पेक्टर को घटनास्थल से भागते हुए देखा गया. वह अन्य वकीलों पर पिस्तौल ताने हुए था और चेतावनी दे रहा था कि वे उसका पीछा नहीं करें. वह सब इंस्पेक्टर जिले के ट्रांस यमुना क्षेत्र के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत नारी बाड़ी में पोस्टेड था. फिलहाल वह फरार है.
गोली लगने के कुछ ही मिनटों के भीतर अहमद की मौत हो गई. जैसे ही सब-इंस्पेक्टर के फरार होने की खबर फैली, वकील नाराज हो गए और उन्होंने तोड़-फोड़ शुरू कर दी और आस-पास में खड़े पुलिस और सरकारी वाहनों में आग लगाना शुरू कर दिया. साथ ही आस-पास के इलाके में सरकारी ऑफिस पर पथराव करने लगे. इस घटना पर हाईकोर्ट ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. हाईकोर्ट जिला अदालत से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
हाईकोर्ट परिसर में भी इसी तरह का नजारा देखने को मिला, जहां वकीलों ने व्यस्त इलाहाबाद-कानपुर राजमार्ग पर ट्रैफिक रोक दिया और कम से कम चार वाहनों में आग लगा दी. ये सभी वाहन या तो पुलिस के थे या अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के थे.
हालात तभी शांत हुए, जब कुछ वरिष्ठ न्यायाधीशों ने मौके पर पहुंचकर वकीलों से शांति बरतने का अनुरोध किया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) अरुण कुमार पांडेय के अनुसार अजय नागर नाम के एक कॉन्स्टेबल को भी गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
- इनपुट भाषा