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सच साबित हुई राहुल गांधी की बात, मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के संपर्क में था लश्कर-ए-तैयबा

राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर दंगों के रिलीफ कैंप को लेकर जो बयान दिया था, वो सही साबित होता नजर आ रहा है. खुलासा हुआ है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ित युवकों को अपने संगठन में भर्ती करने की फिराक में था.

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मुजफ्फरनगर दंगे पर राहुल गांधी की बात में दम
मुजफ्फरनगर दंगे पर राहुल गांधी की बात में दम

राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर दंगों के रिलीफ कैंप को लेकर जो बयान दिया था, वो सही साबित होता नजर आ रहा है. खुलासा हुआ है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ित युवकों को अपने संगठन में भर्ती करने की फिराक में था. दो गिरफ्तार आतंकियों ने इस सनसनीखेज राज से पर्दा उठाया है.

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मेवात से गिरफ्तार हुए आतंकी
राहुल गांधी के उस बयान से भले ही सियासी गलियारे में हडकंप मच गया था, लेकिन मेवात से गिरफ्तार लश्कर के आतंकी मोहम्मद शाहिद और राशिद ने बताया कि दंगे के शिकार नौजवानों को भड़का कर हमले के लिए तैयार करने की कोशिश की गई. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूछताछ में इन आतंकियों ने खुलासा किया कि मुजफ्फरनगर दंगे के पीड़ित युवकों को भड़का कर आतंकी हमले के लिये तैयार करने का हुक्म इन्हें दिया गया था.

राहत कैंप के संचालकों के बैंक अकाउंट की जांच
मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के राहत कैंप के दो संचालकों के बैंक अकाउंट को भी पुलिस खंगाल रही है. ऐसी खबरें आ रही हैं कि संचालकों के अकाउंट में अवैध रकम थी, जो उन्होंने पीड़ितों में बांटी है. ये पैसा लश्कर-ए-तैयबा का भी हो सकता है, इस मामले में जांच जारी है. हालांकि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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शाहिद की डायरी में छिपे कई राज...
मेवात से गिरफ्तार इन आतंकियों के संपर्क में मुजफ्फरनगर के कई लड़के थे, जिनमें से दो को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार देर शाम हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है. सूत्रों के मुताबिक मेवात से गिरफ्तार शाहिद के पास से डायरी मिली है, जिसमें मुजफ्फरनगर के कई लड़कों के नाम हैं, जिन्हें आतंक के नाम पर भड़का कर धमाके करने के लिए भड़काया जा रहा है.

दिल्ली में थी बड़े हमले की साजिश...
मेवात से गिरफ्तार दोनों आतंकियों में से राशिद पाकिस्तान में बैठे लश्कर के आका जावेद बलुची से लगातार संपर्क में था, पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया की 4 दिसंबर 2013 यानी दिल्ली विधानसभा की वोटिंग के दिन ही दिल्ली में बड़े धमाके की साजिश रची गई थी. लेकिन जांच एजेंसियों ने पाकिस्तान से बात हो रही उस काल को इंटरसेप्ट कर लिया और फिर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मेवात से राशिद और शाहिद को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन सुभान नाम का एक आतंकी मौके से फरार होने में कामयाब हो गया जिसकी तलाश में दिल्ली और राजस्थान एटीएस की टीम लगातार छापे मारी कर रही हैं.

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