लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र और तमिलनाडु में गठबंधन की स्थिति साफ करने के बाद अब उत्तर प्रदेश में राजनीतिक गठबंधन को लेकर सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है. दिल्ली में बुधवार देर रात तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह की ओम प्रकाश राजभर के बेटे के साथ हुई बैठक के बाद बीजेपी के साथ सीनियर राजभर की नाराजगी दूर होती दिख रही है. हालांकि अब खबर है कि अपना दल की नाराजगी बनी हुई है.
दिल्ली में देर रात राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री और ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर के साथ अमित शाह की हुई बैठक में ज्यादातर मुद्दों पर सहमति बन गई है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर लंबे समय से बीजेपी से नाराज दिख रहे थे. बैठक में बीजेपी नेतृत्व ने ओमप्रकाश राजभर की कई मांगें मान ली है. 26 फरवरी को बीजेपी के राज्य में गठबंधन की सीटों को लेकर आखिरी बातचीत होगी जिसमें तस्वीर साफ हो सकती है.
दोनों पक्षों में रजामंदी होने के बाद अब लखनऊ के राज भवन कॉलोनी में ओमप्रकाश राजभर को पार्टी (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) के कार्यालय के लिए टाइप-6 का बंगला दिया जाएगा. उनकी पार्टी के लिए 2 नंबर, राज भवन कॉलोनी का बंगला राजभर को अलॉट किया गया है.
साथ ही पिछड़ा वर्ग आयोग में राजभर के करीब आधा दर्जन लोगों को शामिल कर उसका सदस्य बनाया जाएगा. ओमप्रकाश राजभर के विधानसभा क्षेत्र में महीनों से रूके पड़े विकास कार्यों को सीधा शुरू किया जाएगा.
राजभर के समधी की मनमाफिक पोस्टिंग
अपना दल (एस) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के कड़े तेवर दिखाने के बाद बीजेपी ने राजभर के साथ समझौता करते हुए ने उनकी कई मांगे मान ली है. इन्हीं में से एक अनोखी मांग यह भी मान ली गई जिसमें ओमप्रकाश राजभर के समधी मनभरण राजभर की मनमाफिक सरकारी पोस्टिंग सुनिश्चित की जाएगी.
बैठक में ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंदौली लोकसभा सीट पर दावा ठोका है. राजभर ने चंदौली के अलावा घोसी और सलेमपुर लोकसभा सीट पर अपना दावा ठोक रखा है. राजभर को उम्मीद है कि कम से कम 2 सीटों पर उनका गठबंधन होगा. इन सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. राजभर लंबे दिनों से योगी सरकार के खिलाफ बगावती तेवर अख्तियार किए हुए थे और इस कड़ी में पिछले दिनों उन्होंने एक मंत्रालय भी छोड़ दिया था.
'अपना दल' की नाराजगी बरकरार
यूपी में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए में ओमप्रकाश राजभर को बीजेपी ने राजी करा लिया तो राज्य की महत्वपूर्ण घटक दल अपना दल पार्टी की नाराजगी अभी भी बरकरार है. अपना दल के अध्यक्ष आशीष पटेल ने 28 फरवरी को लखनऊ में पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है.
आशीष पटेल ने आजतक से फोन पर बातचीत में कहा कि आज से हम स्वतंत्र हैं. हमने राज्य बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को 20 फरवरी तक पार्टी से संबंधित समस्याओं को दूर करने का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन हमारी एक भी मांग पूरी नहीं हुई और अब हम स्वतंत्र हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने अब तक गठबंधन धर्म ईमानदारी से निभाया.’28 फरवरी की बैठक में अपना दल तय करेगी कि एनडीए के साथ रहना है या नहीं.