लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है और सभी दलों की ओर से चुनावी रैलियों को लेकर अंतिम रूप दिया जा रहा है. सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी कांग्रेस भी पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की बदौलत बड़ी जीत की आस लगाए हुए है. कांग्रेस की अहमदाबाद में हुई सीडब्ल्यूसी बैठक के बाद अब प्रियंका गांधी पूर्वी उत्तर प्रदेश के दौरे पर जाने वाली हैं.
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पूर्वी उत्तर प्रदेश के आगामी दौरे को लेकर आधिकारिक कार्यक्रम की पूरी लिस्ट अभी तक लखनऊ के पार्टी मुख्यालय में नहीं पहुंची है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक गुरुवार से वह पूर्वी उत्तर प्रदेश के दौरे पर जाएंगी. सक्रिय राजनीति में आने के बाद प्रियंका ने पिछले महीने 11 फरवरी को लखनऊ में रोड शो किया था. इस रोड शो के दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी थे.
माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपने कार्यक्रम को लगभग तय कर लिया है. कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद प्रियंका जल्द ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकलेंगी, जहां पहले प्रयागराज जाएंगी और वहां से वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगी.
अब गंगा के रास्ते वाराणसी
प्रियंका गांधी का कार्यक्रम सड़क के रास्ते से पूर्वी उत्तर प्रदेश में राजनैतिक रैलियों और सभा करने का था, लेकिन सूत्रों की मानें तो प्रियंका अब प्रयागराज से वाराणसी गंगा के रास्ते से जा सकती हैं. ऐसा होने पर तकरीबन 100 किलोमीटर के इस रास्ते में आधे दर्जन से ज्यादा संसदीय क्षेत्र कवर होंगे और एक नए तरीके से वो प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में एंट्री करेंगी.
सूत्रों के अनुसार, प्रियंका गांधी का कार्यक्रम कुछ इस तरीके से हो सकता है. प्रयागराज दौरे के दौरान प्रियंका गांधी पहले अपने पुश्तैनी घर आनंद भवन जाएंगी. फिर वह पूर्वी उत्तर प्रदेश के बड़े कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलेंगी. इसके बाद प्रयागराज से स्टीमर से वो पहले मिर्जापुर जाएंगी, जहां वह विंध्यवासिनी देवी के दर्शन करेंगी और फिर वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगी.
आधिकारिक तौर पर कांग्रेस की महासचिव बनाए जाने के बाद पार्टी की ओर से प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बीजेपी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस जहां राहुल और प्रियंका के सहारे तैयारी कर रही है तो राज्य में सपा और बसपा के गठबंधन के बाद बसपा सुप्रीमो की ओर से मंगलवार को यह साफ किए जाने के बाद उनकी पार्टी किसी भी राज्य में कांग्रेस से किसी तरह का गठबंधन नहीं करेगी तो प्रियंका पर जिम्मेदारी बढ़ गई है.
मंगलवार को किया था पहला ट्वीट
माना जा रहा है कि कांग्रेस जल्द ही अपना जबरदस्त प्रचार अभियान शुरू करने जा रही है. बसपा की तरह सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी एक विदेशी न्यूज मैगजीन को दिए अपने इंटरव्यू में साफ कर दिया था कि कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के तालमेल के लिए अब वक्त नहीं बचा है क्योंकि पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं. साफ है कांग्रेस उत्तर प्रदेश के चुनावी समर में अकेले ही उतरेगी और वह प्रियंका के सहारे होगी.
In the simple dignity of Sabarmati, the truth lives on.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 12, 2019
चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां बढ़ा दिया है. उन्होंने अहमदाबाद में पहली बार रैली को संबोधित करने के साथ ही मंगलवार देर रात पहली बार ट्वीट किया. उन्होंने कल लगातार दो ट्वीट किए. अपने पहले ट्वीट में उन्होंने अहमदाबाद स्थित महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम का जिक्र किया तो अपने दूसरे ट्वीट में महात्मा गांधी का एक कथन साझा किया था.“I object to violence because when it appears to do good, the good is only temporary; the evil it does is permanent.”
Mahatma Gandhi pic.twitter.com/bxh4cT3Y5O
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 12, 2019
प्रियंका गांधी ने पिछले महीने ही फरवरी में ट्विटर ज्वॉइन किया था लेकिन इतने दिनों बाद उन्होंने पहली बार ट्वीट किया है.