समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने केन्द्र की कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार को देश की सबसे ज्यादा ‘बेशर्म, कमजोर और हीन’ सरकार करार दिया और कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव उनके सम्मान का सवाल बन चुके हैं और देश के नौजवान इस चुनाव में सपा को बहुमत दिलाकर देश की राजनीति में बदलाव का सूत्रपात करें.
सपा प्रमुख ने देश में मुसलमानों को शक की नजर से देखे जाने पर अफसोस जताया और मुल्क की तरक्की में इस वर्ग के योगदान का जिक्र किया, वहीं मुजफ्फरनगर दंगों पर अफसोस जाहिर करते हुए इस पर राजनीति करने वालों को खरी-खोटी भी सुनायी. यादव ने पार्टी की ‘देश बचाओ, देश बनाओ’ रैली में कहा, ‘कितने अफसोस की बात है कि हमारे देश के किसानों ने अन्न पैदा किया और दूसरी तरफ भुखमरी हो रही है. केन्द्र के लिये शर्म की बात है कि उसने इसे गम्भीरता से नहीं लिया. यह सरकार कृषि प्रधान देश की जनता का पेट नहीं भर सकती. इससे ज्यादा बेशर्म, कमजोर और हीन सरकार कोई नहीं है.’
उन्होंने कहा कि घोटाले, भ्रष्टाचार और देश की सुरक्षा के मुद्दे बार-बार सामने आये लेकिन केन्द्र ने उनमें से एक को भी हल नहीं किया. केन्द्र में सपा की जब भी सरकार बनेगी तो रोजगार और शिक्षा का इंतजाम होगा. अगर किसी दल को समर्थन देने की नौबत आयी तो पार्टी गरीब, किसानों और नौजवानों के मुद्दों पर ही समर्थन देगी. सपा गरीबों, किसानों, नौजवानों और महिलाओं के लिये ही राजनीति कर रही है. सपा प्रमुख ने युवाओं का आहवान किया कि उन्हें बनी-बनायी पार्टी मिली है और वे इसे लोकसभा चुनाव में कामयाब करके देश की राजनीति में बदलाव के नये युग की शुरुआत करें.
विकास में 80 फीसदी योगदान किसानों और मुसलमानों का
मुस्लिम मतदाताओं की नब्ज पर हाथ रखते हुए सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘देश में अल्पसंख्यकों को अगर प्यार मोहब्बत से देखोगे तो देश की तरक्की के लिये मुसलमान अपनी जान भी दे देगा.’ उन्होंने कहा कि देश के विकास में 80 फीसदी योगदान किसानों और मुसलमानों का है. किसान ने पैदावार बढ़ायी, वहीं मुसलमानों ने दस्तकारी को आगे बढ़ाया. जो कपड़े हम पहनते हैं उसमें 80 प्रतिशत कपड़ा मुसलमानों ने बनाया है. यादव ने कहा कि सच्चर समिति ने देश में मुसलमानों को दलितों से भी गयी-गुजरी स्थिति में होना बताया है और उन्हें विशेष सुविधाएं देने की सिफारिश की है.
मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों को षड्यंत्रकारी कहने के अपने बयान पर मुस्लिम धर्मगुरुओं की कड़ी नाराजगी के बाद पहली बार इस मुद्दे पर बोलते हुए यादव ने कहा, ‘मुझे मुजफ्फरनगर की घटना पर अफसोस है. वहां 64 लोग मारे गये. हमें इसका दुख है. लोग कह रहे हैं कि भाजपा और सपा मिलकर दंगे करा रहे हैं. हमें इसका दुख है. ऐसे नेता क्या देश चलाएंगे.’ उन्होंने कहा कि हमारे समाज को बांटने की साजिश हो रही है. मुजफ्फरनगर दंगों पर राजनीति करने वाले षड्यंत्रकारी हैं. आज तक किसी अन्य सरकार ने दंगा पीड़ितों पर उतना मरहम नहीं लगया जितना अखिलेश सरकार ने लगाया है.
लोकसभा चुनाव हमारे सम्मान का सवाल
आगामी लोकसभा चुनाव को अपने सम्मान का सवाल करार देते हुए सपा प्रमुख ने कहा, ‘मैं आज पहली बार कह रहा हूं कि अगले लोकसभा चुनाव मेरे सम्मान का सवाल हैं. वर्ष 2004 में सपा को 39 सीटें जीती थी. उस वक्त राज्य में हमारी बहुमत की सरकार नहीं थी. इस वक्त बहुमत की सरकार है. मैं पूछना चाहता हूं कि हमें कमजोर करके दिल्ली भेजोगे या मजबूती के साथ.’ उन्होंने कहा, ‘हम जनता से कहना चाहते हैं कि वोट का ही एक अधिकार आपको मिला है. यह मौका आया है ऐसे लोगों को हटाने का जिन्होंने देश में महंगाई और भुखमरी को खत्म नहीं किया. सपा को मौका दें जिससे देश आगे बढ़े.’
यादव ने सपा कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ एक बार फिर पढ़ाते हुए कहा, ‘अनुशासनहीन लोग कभी नहीं जीत सकते. बाबर के 13 हजार सैनिकों ने इब्राहिम लोदी के एक लाख अनुशासनहीन सैनिकों को हरा दिया था और ढाई सौ साल तक राज किया. सिर्फ अनुशासन के बल पर.’ बुंदलेखण्ड का जिक्र करते हुए यादव ने कहा कि सिर्फ सपा ने ही इस क्षेत्र के विकास के लिये काम किया है. उन्होंने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जोर देकर इस क्षेत्र में पानी का इंतजाम करवाया था. सपा ने बुंदेलखण्ड का हमेशा ध्यान रखा है. सपा ने ही उसके लिये विशेष निधि का प्रावधान किया है. उन्होंने मतदाताओं से बुंदेलखण्ड की पांचों लोकसभा सीटों पर सपा प्रत्याशियों को जिताने का वादा भी किया.
अखिलेश बोले- माहौल करनेवालों को रोकेंगे
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस अवसर पर बुंदेलखण्ड के लिये करीब 900 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया. उन्होंने कहा, ‘लोकसभा चुनाव में अब समय नहीं बचा है. तमाम पार्टियां तैयारी कर रही हैं. आप इस चुनाव के जरिये देश में बड़ा बदलाव कर सकते हैं. मुझे उम्मीद है कि राजनीतिक बदलाव में बहुत बड़ी भूमिका सपा की होगी.’ अखिलेश ने कहा कि सपा किसानों, मुसलमानों, और युवाओं को लेकर चली है. सरकार ने बिना भेदभाव के काम किया है. यह पहली सरकार है जो पार्टी के घोषणापत्र पर काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि आज सपा पर लोग आरोप लगा रहे हैं. तमाम लोग विकास का मुद्दा भुलाने के लिये साम्प्रदायिक ताकतों को आगे बढ़ा रहे हैं. तमाम दल हैं जो दंगा भड़काकर सत्ता में आना चाहते हैं. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कई दलों ने बेईमानी करके समाज में जहर घोलने का काम किया. भाजपा समेत चाहे कोई भी ताकत हो, जो उत्तर प्रदेश में माहौल खराब करने की कोशिश करेंगी, हम उसे रोकेंगे.