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UP: मंदिरों-मस्जिदों से उतरे लाउडस्पीकर स्कूलों में होंगे इस्तेमाल, धर्मगुरुओं ने किए दान

उत्तर प्रदेश में लाउडस्पीकर विवाद ठंडा पड़ गया है. वहां पर खुद ही धर्मगुरू मंदिर-मस्जिद से लाउडस्पीकर हटवा रहे हैं. इसके अलावा उन लाउडस्पीकर को दान करने की परंपरा भी शुरू कर दी गई है.

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यूपी में दान किया गया लाउडस्पीकर
यूपी में दान किया गया लाउडस्पीकर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पीलीभीत में दान किए गए लाउडस्पीकर
  • पुलिस अधीक्षक बोले- धर्मगुरुओं का सम्मान किया

उत्तर प्रदेश में कुछ समय तक बड़े विवाद का विषय रहा लाउडस्पीकर अब शांत होता नजर आ रहा है. कई मंदिर और मस्जिदों ने अपनी इच्छा से ही लाउडस्पीकर हटा लिए हैं. कई जगहों पर पुलिस ने भी एक्शन लेते हुए कार्रवाई की है. ऐसे में स्थिति अब सामान्य नजर आ रही है. इस बीच यूपी के पीलीभीत में एक नई पहल की शुरुआत भी हो गई है. वहां पर मंदिर-मस्जिद से हटाए गए लाउडस्पीकर स्कूल को दान किए गए हैं. कहां गया है कि इन लाउडस्पीकर का स्कूल प्रशासन अपने कार्यक्रमों में इस्तेमाल कर सकता है.

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कुछ दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि मंदिर-मस्जिद से हटाए गए लाउडस्पीकर अस्पताल और स्कूलों को दान किए जा रहे हैं. इसी दिशा में अब पीलीभीत भी बढ़ गया है. वहां पर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार की देखरेख में धर्मगुरुओं ने लाउडस्पीकर को मंदिर-मस्जिद और गुरुद्वारा से हटाया है. उन लाउडस्पीकर्स को विद्या मंदिर कॉलेज और दूसरे स्कूलों को बांट दिया गया है.

जब इस बारे में पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार से बात की गई तो वे काफी खुश नजर आएं. उनकी माने तो जो परंपरा पीलीभीत में शुरू हुई है, आने वाले दिनों में दूसरे जिलों में भी ऐसा देखने को मिल सकता है. वे कहते हैं कि जो लाउडस्पीकर स्कूल को दान दिए गए हैं, उनका इस्तेमाल 15 अगस्त और 26 जनवरी के कार्यक्रमों में किया जा सकता है. जिन धर्मगुरुओं ने आगे आकर दान करने का काम किया है, हमने उन सभी को सम्मानित भी किया है. ऐसा करने से हमे उम्मीद है कि दूसरे भी इस राह को चुनेंगे और खुद लाउडस्पीकर हटाकर उसे दान करेंगे.

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लाउडस्पीकर विवाद की बात करें तो इसकी शुरुआत महाराष्ट्र से हुई थी जहां पर MNS प्रमुख राज ठाकरे ने उद्धव सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि राज्य के सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाएं जाएं. ऐसा नहीं होने पर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात बोली गई थी. अभी के लिए महाराष्ट्र में भी वो विवाद ठंडा पड़ गया है और यूपी भी समाधान की ओर बढ़ गया है.


 

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