2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी की आस को लेकर शनिवार से यूपी बीजेपी कार्य समिति की दो दिवसीय बैठक मथुरा में हो रही है. यूपी बीजेपी ने 'लव जेहाद' और धर्मांतरण को आधिकारिक तौर पर अपने एजेंडे में शामिल किया है. दो दिनों की बैठक में इसके अलावा अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी.
यूपी बीजेपी कार्य समिति की बैठक का एजेंडा
1. अच्छा होता अगर राज्य सरकार अपने कामकाज में पारदर्शिता लाती.
2. बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाओं पर सरकार नर्म क्यों? मुजफ्फरनगर, खारखुंडा, मेरठ, फैजाबाद, लोनी, और हापुर जैसी घटनाएं, इसका उदाहरण हैं.
3. पूरे राज्य में लव जेहाद की चपेट में है. विशेषकर पश्चिमी यूपी में इस तरह के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं.
4. विकास के मोर्चे पर राज्य सरकार फेल.
दरअसल, संघ के संगठन धर्म जागरण मंच ने इन दिनों राज्य में लव जेहाद और हिन्दू लड़कियों के कथित तौर पर धर्म परिवर्तन करके निकाह कराने के खिलाफ अभियान चला रखा है. इसी के मद्देनजर यूपी बीजेपी ने इन मुद्दों को अपने एजेंडे में शामिल किया.
ताजा जानकारी के मुताबिक इस बैठक का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र करेंगे. बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को बैठक में शामिल नहीं होंगे. पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह रविवार को इस बैठक का समापन करेंगे.
इससे पहले कार्य समिति की पिछली बैठक लगभग 15 महीने पहले चित्रकूट में हुई थी. चित्रकूट में हुई कार्य समिति की बैठक के दौरान बीजेपी के पास यूपी में खोने के लिए कुछ नहीं था लेकिन समय के बदलने के साथ ही परिस्थतियां भी बदली हैं. अब यूपी में बीजेपी के 71 सांसद हैं. सहयोगी पार्टी अपना दल की दो सीटों को जोड़ दें तो यह संख्या 73 हो जाती है. लोकसभा चुनाव में मिली भारी सफलता से हालांकि भाजपा नेता उत्साहित तो हैं लेकिन अभी वह अपना हर कदम फूंक-फूंक कर रखना चाहते हैं. इसीलिए 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की नजर 13 सितंबर को होने वाले उपचुनाव पर टिकी हुई है.