उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे मलीहाबाद में जहरीली शराब पीने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है. यही नहीं, करीब 30 लोगों को गंभीर हालत में राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है. मामले में मलीहाबाद के सीओ और एसएचओ समेत छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, गंभीर हालत के कारण 30 से अधिक लोगों को मलीहाबाद, बलरामपुर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है. आईजी, डीआईजी, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और डीजी (स्वास्थ्य) ने ट्रॉमा सेंटर का दौरा करके व्यवस्था की जानकारी ली है. जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद दतली, पहाड़पुर, खड़ता, रामपुर, गोडवा, बरौजा और भोगला गांव में कोहराम मचा हुआ है. सूचना पर पहुंची पुलिस पंचनामा के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज रही है.
पुलिस ने बताया कि मलीहाबाद के दतली गांव में बनने वाली कच्ची शराब आसपास के गांव में भी आपूर्ति होती है. जिलाधिकारी राजशेखर ने बताया कि इस घटना के लिए जिम्मेदार दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा. इस मामले में जांच की जाएगी, जो भी प्रशासनिक अधिकारी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मुख्य चिकित्साधिकारी एसएनएस यादव ने कहा कि ट्रॉमा सेंटर के अलावा लोहिया, बलरामपुर और सिविल अस्पताल में 25 बेड अतिरिक्त लगाए गए हैं. साथ ही वेंटिलेटर की व्यवस्था भी की गई है.
मुख्यमंत्री ने की समीक्षा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जहरीली शराब प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए संबंधित एसडीएम, सहायक आबकारी आयुक्त (प्रवर्तन), जिला आबकारी अधिकारी, सीओ, थानाध्यक्ष और आबकारी निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने घटना में मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी सहानुभूति और संवेदना व्यक्त करते हुए दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की भी घोषणा की है.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि जांच में दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में किसी भी प्रकार की शिथिलता को स्वीकार नहीं किया जाएगा. उन्होंने अवैध शराब और इससे संबंधित अपराधों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. अखिलेश ने कहा, 'अभियान के दौरान अधिक से अधिक छापे मारे जाएं और आबकारी से संबंधित अवैध कार्य में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में शराब की तस्करी को रोकने के इंतजाम किए जाएं और अवैध नकली होलोग्राम को भी पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाए.
-इनपुट IANS से