लखनऊ के पॉश इलाके गोमतीनगर में चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया और दुष्कर्म के बाद धारदार हथियार से गोदकर उसकी निर्मम हत्या की गयी. बच्ची के शरीर पर चोट के 8 निशान पाये गये हैं.
इसके पहले पुलिस द्वारा ये बताया गया था कि आवारा कुत्तों ने बच्ची को नोंच लिया था, जिससे उसकी मौत हुयी. पुलिस नें पोस्टमार्टम के आधार पर बलात्कार, हत्या और प्रोटेक्शन ऑफ चिलड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल हरेशमेंट एक्ट जैसी संगीन धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और पुलिस हत्यारों की तलाश कर रही है.
घटना पिछले रविवार की है जब अपनी मां व बहन के साथ फुटपाथ पर सो रही चार साल की बच्ची को रात दो बजे बदमाश उठा ले गये और उसके साथ बलात्कार करने के बाद उसकी बेरहमी से हत्या करने के बाद उसके शव को वहां से कुछ दूरी पर फेंक दिया. सोमवार की सुबह बच्ची की लाश बरामद हुयी. सुबह उसकी लाश के आसपास कुत्ते मंडरा रहे थे. गोमती नगर पुलिस ने मामले को हल्के में लेते हुये पहले ये कहा कि बच्ची को कुत्तों ने नोच खाया. लेकिन मीडिया में शोर मचने के बाद जब डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया तो पता चला कि दरिंदगी के बाद क्रूरता से इस मासूम को मारा गया है.
लखनऊ के आईजी सुभाष चंद्र ने बताया, 'पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोटों की बजह से उसकी मौत हुयी है और जिस तरह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आया है उससे ऐसा लगता है कि रेप के बाद उसकी हत्या की गयी है. इस संबंध में रेप और हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. अभी तक विवेचना जारी है. किसने ये घटना की है अभी तक पता नहीं चल पाया है. प्रयास हमारा जारी है. ये एक पत्थरचट्ट फैमली थी. इसमें ये बच्ची, इसकी मां औऱ एक और इसकी बहन, उसके मौसा, मौसी विजयखंड में सड़क पर सो रहे थे जहां से ये बच्ची रात 2 बजे के बाद अचानक गायब हो गयी और सुबह इसकी बॉडी करीब 500 मीटर दूर विजयखंड मे ही मिली थी. ये लोग बुद्ध विहार कॉलोनी चिनहट के रहने वाले हैं.'
घटना की खबर जब आला अधिकारियों को लगी तो खलबली मच गयी क्योंकि मामला गोमती नगर जैसे पॉश इलाके का था. आनन फानन में आला अधिकारियों की टीम मौका-ए-वारदात पर पहुंची और हत्यारों की तलाश शुरू हो गयी. बुधवार को बच्ची की मां को दुबारा पूछताछ के लिये गोमती नगर थाने में बुलाया गया. अपनी बच्ची की मौत से बेहाल मां बारबार गश खाकर गिरी जा रही थी और इंसाफ की गुहार लगा रही थी.
बच्ची की मां का कहना है कि उसकी बच्ची की हत्या हुई है और परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए. आरटीआई और मानवाधिकारियों कार्यकर्ताओ ने मामले को दबाने के दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. लखनऊ के आईजी सुभाष चंद्रा ने कहा कि जो पुलिसकर्मी दोषी पाये जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कारवाई की जायेगी.
घटना के दो दिन बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली हैं. पुलिस के पास इस बात की कोई जानकारी भी नहीं है कि बदमाश कितने थे और कौन थे. घटनास्थल से कुछ दूरी पर जहां बच्ची की लाश बरामद हुयी है वहां एक रेस्टोरेंट में लगे एक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की पुलिस जांच करेगी कि शायद इससे बदमाशों का कोई सुराग मिल जाये.