लखनऊ में मोहनलालगंज में युवती से गैंगरेप और मर्डर की वारदात के बाद पुलिस प्रशासन से लेकर सरकार तक हडकंप मच गया है. बदायूं के बाद इस मामले से कानून-व्यवस्था को लेकर भारी दबाव में आई यूपी सरकार अचानक सक्रिय हो गई है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रमुख सचिव गृह राकेश बहादुर और डीजीपी एएल बनर्जी को तलब कर कड़ी फटकार लगाई.
मामले की जांच एडीजी सुतापा सान्याल को सौंपी गई है. फिलहाल पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. वारदात के बाद हो रही किरकिरी को देखते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश शुक्रवार सुबह से ही सक्रिय हो गए और मुख्य सचिव को प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया. इसके बाद मुख्य सचिव ने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को तत्काल एनेक्सी पहुंचने को कहा.
मुख्यमंत्री भी सुबह साढ़े नौ बजे एनेक्सी पहुंच गए. उन्होंने डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को कड़ी फटकार लगाते हुए मामले का खुलासा जल्द करने को कहा. मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों से यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं और उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री दोपहर एक बजे तक अपने दफ्तर में रहे और कार्रवाई की जानकारी लेते रहे हालांकि शाम पांच बजे एनेक्सी मीडिया सेंटर में मामले की जांच कर रहीं एडीजी सुतापा सान्याल मीडिया से रू-ब-रू हुईं लेकिन जल्द खुलासे के आश्वासन के सिवा कुछ नही बता सकीं.