लखनऊ में आम आदमी पार्टी (आप) के ऑटो ऑक्सीजन एंबुलेंस सीज करने के बाद थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. आप की तरफ से शुरू किए गए ऑक्सीजन एंबुलेंस को आरटीओ ने चेकिंग में मानकों के अनुरूप नहीं पाया. इसके बाद हजरतगंज कोतवाली में उसके चालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस ने दोनों ऑटो सीज कर दिए हैं.
आम आदमी पार्टी ने अस्पताल तक जाने के लिए परेशान होने वाले लोगों के लिए ऑटो एंबुलेंस ऑक्सीजन सेवा का शुभारंभ किया था, जिसमें मुफ्त में लोग एंबुलेंस सेवा से अस्पताल जा सकते थे. साथ ही आम आदमी पार्टी का यह भी दावा था कि इससे निजी एंबुलेंस चालकों की वसूली से परेशान भी नहीं होना पड़ेगा.
इस बीच आप प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने एक ट्वीट कर पार्टी द्वारा चलाए जा रहे ऑक्सीजन सेवा के ऑटो और चालक के लापता होने की जानकारी पुलिस को दी. यूपी पुलिस ने लखनऊ पुलिस को जांच करने के लिए कहा. इस पर लखनऊ पुलिस कमिश्नर की तरफ से सर्विलांस सेवा को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया.
लेकिन बाद में ऑटो चालक और ऑटो को आरटीओ विभाग की तरफ से मानकों के अनुरूप न पाए जाने के तहत हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवा कर ऑटो को सीज कर दिया गया. इसके साथ ही ऑटो चालकों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
इस पूरे मसले पर आप सांसद संजय सिंह ने यूपी सरकार पर वार करते हुए कहा कि सरकार को कोरोना से लड़ना नहीं है, उन लोगों से लड़ना है जो कोरोना में पीड़ितों की मदद कर रहे हैं, सरकार की सोच गलत है. वहीं, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि आरटीओ ने गंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है.