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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कैब ड्राइवर की पिटाई करने की आरोपी लड़की ने अपनी सफाई दी है. पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज होने के बाद लड़की सामने आई और कहा कि मैंने अपनी सुरक्षा में युवक को पीटा था. इसके साथ ही लड़की ने कहा कि मुझे हार्ट की प्रॉब्लम है, किडनी की भी प्रॉब्लम है, ब्रेन की भी प्रॉब्लम है.
अपनी सफाई में लड़की ने कहा, 'ट्रैफिक सिग्नल रेड होने के बावजूद कैब ड्राइवर तेजी से कार चला रहा था, मौके पर मौजूद पुलिस वालों के सामने कानून का उल्लंघन हो रहा था.' लड़की ने आरोप लगाया कि युवक ने ट्रैफिक कानून का पालन नहीं किया, इस वजह से मैंने अपनी सुरक्षा में युवक को पीटा है, मैं उसको नहीं रोकती तो मुझे मार देता.
लड़की का आरोप है कि कार सवार लड़के मुझे 300 मीटर तक मारते ले गए, यह किसी सीसीटीवी में नहीं दिखाई पड़ा,
मुझे हार्ट की प्रॉब्लम है, किडनी की भी प्रॉब्लम है, ब्रेन की भी प्रॉब्लम है, मैं हमेशा की तरह वहां से वाकिंग के लिए जा रही थी, वहां पर सिग्नल रेड हो चुका है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस को इससे कोई मतलब नहीं था.
लखनऊ के थप्पड़ कांड की गूँज दूर तक गयी. आखिर उस रात को ऐसा क्या हुआ था, सुनिए आरोपी लड़की की ज़ुबानी. देखिए @iSamarthS की #ReporterDiary.
— AajTak (@aajtak) August 4, 2021
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वहीं इस मामले पर कैब ड्राइवर सादत अली ने आजतक को बताया कि जब वो लड़की उसकी गाड़ी के सामने आई तब ग्रीन लाइट थी उसके बाद भी उसने तुरंत ब्रेक मारकर गाड़ी रोकी जिसके बाद वह लड़की गाड़ी को धक्का देने लगी. उसने गाड़ी का दरवाजा खोला, मोबाइल लिया और तोड़ दिया. इसके बाद मुझे निकल कर पीटने लगी. मुझे लगा कि सादे कपड़ों में कोई महिला पुलिसकर्मी है, मैं बिना गलती के माफी मांगने लगा. उसने बिना रुके ही मुझे 20 से ज्यादा थप्पड़ मार दिए. मेरे पैसे भी ले लिए, गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया. अब यह मेरे आत्मसम्मान की बात है, अगर उस लड़की को गिरफ्तार नहीं किया गया तो मैं आज आत्महत्या कर लूंगा.
इसके अलावा ड्राइवर ने पुलिस पर आरोप लगाया कि लड़की का पक्ष लिया और मेरी बात सुने बिना ही मुझे लॉकअप में डाल दिया गया और गाड़ी भी जब्त कर लिया. अगले दिन मुझ से 10 हजार रुपये लिए गए और तब गाड़ी छोड़ी गई. मुझे पुलिस से भी शिकायत है की अब तक उसे क्यों नहीं पकड़ा गया जबकि सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि क्या हुआ था. मेरी गाड़ी की स्पीड कम थी, अगर 40 होती तो जबेरा लाइन क्रॉस कर चुकी होती. अब मैं एक गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर हूं. किसी को चेहरा नहीं दिखा सकता. घरवालों से नजरे नही मिला पा रहा हूं. कौन जिम्मेदार है इसका, मैंने किसी का क्या बिगाड़ा था, अपनी रोजी रोटी कमा रहा था.
लड़की का आरोप- मेरा मोबाइल तोड़ा और हमला किया
वहीं लड़की का कहना है कि रेड लाइट पर जब गाड़ी ने उसे टच किया. इसके बाद उसने ड्राइवर का फोन तोड़ा और उसे मारा. पुलिस और लोग मौके पर इकट्ठा होकर तलमाशा देखते रहे. 100 लोगों के सामने ड्राइवर ने मुझपर हमला किया मैंने अपनी रक्षा में उस पर हाथ उठाया बाकी लोग सिर्फ तमाशा देखते रहे.
लड़की ने आगे कहा कि रेड लाइट से गाड़ियां पास हो रही थी, पुलिस और लोग सभी कानून का उल्लंघन कर रहे थे, किसी भी गाड़ी का चालान नहीं किया जा रहा था, एक जगह पर वह शख्स भी आता है, इतनी तेजी से कार आती है कि लगता है कि वह उड़ा देगा टक्कर मार देगा, मैं ज़ेबरा क्रॉसिंग से रोड क्रॉस कर रही थी क्योंकि सिग्नल रेड हो चुका था.
इससे पहले कैब ड्राइवर ने दावा किया था कि थप्पड़ मारने वाली लड़की पुलिस की मुखबिर है. कैब ड्राइवर की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया कि लड़की के मुखबिर होने की बात खुद कृष्णा नगर थाने की पुलिस ने बताई थी. इसके साथ ही कैब ड्राइवर ने कहा था कि पुलिस ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने के बाद मुझे छोड़ा था.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, लखनऊ की एक लालबत्ती पर कैब ड्राइवर की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ था. शुरुआत में कैब ड्राइवर को ही दोषी माना जा रहा था, लेकिन 2 अगस्त को जब महिला की पिटाई का वीडियो वायरल होने लगा तब सच सामने आया. इसके बाद पुलिस ने महिला के खिलाफ लूट और मारपीट करने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है.