कोरोना वायरस की दूसरी लहर शहर-शहर कहर बरपा रही है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी हालात अच्छे नहीं हैं. कोरोना वायरस की महामारी के कारण लखनऊ में हालात बहुत खराब हैं. अस्पतालों में बेड से लेकर ऑक्सीजन तक के लिए मारामारी है. यूपी सरकार अपने स्तर से त्वरित कदम उठाने के दावे करती है लेकिन अब इसे लेकर लखनऊ के मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ही उम्मीदवार कौशल किशोर ने ही सवाल उठा दिए हैं.
बीजेपी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ यूपी के अध्यक्ष और मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर ने ट्वीट कर लखनऊ प्रशासन पर आरोप लगाए हैं. कौशल किशोर ने ट्वीट कर लखनऊ प्रशासन पर आरोप लगाया है कि कोरोना काल में मरीजों की मदद करने के लिए जिन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है, उनमें से ज्यादातर अधिकारियों का फोन बंद बता रहा है.
प्रशासन से मेरा आग्रह है कि कृपया सभी जिम्मेदार अधिकारी अपना अपना मोबाइल बंद न करें पीड़ित लोगों की बात सुने और उनको सुविधा मुहैया कराए एडमिट कराएं।@CMOfficeUP@AwasthiAwanishK @myogioffice @AdminLKO @ANINewsUP
— Kaushal Kishore (@mp_kaushal) April 17, 2021
बीजेपी सांसद ने कहा है कि लखनऊ में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और लोगों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. बहुत से मरीज अस्पतालों में भर्ती ही नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लखनऊ प्रशासन से मेरा आग्रह है कि सभी जिम्मेदार अधिकारी अपना मोबाइल बंद ना करें और जो लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं, उनकी बात सुनें और उनको सुविधाएं मुहैया कराई जाएं.
मोहनलालगंज के सांसद ने कहा कि कोरोना संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती कराया जाए. गौरतलब है कि कौशल किशोर ने यूपी में पंचायत चुनाव के पहले चरण की सीटों पर मतदान से दो दिन पहले वीडियो ट्वीट कर निर्वाचन आयोग से चुनाव टालने की अपील की थी. वीडियो में उन्होंने कहा था कि लखनऊ में कोरोना की महामारी कंट्रोल से बाहर हो गई है. लखनऊ में कई हजार परिवार कोरोना की चपेट में आकर बर्बाद हो गए हैं. श्मशान घाटों पर लाशों के ढेर लगे हुए हैं. ऐसे में लोगों की जान बचाना जरूरी है ना कि चुनाव कराना.