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बैन के बावजूद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आतिशाबाजी देखने को मिली. इसका नतीजा यह हुआ कि शहर की हवा में प्रदूषण की स्थिति बहुत खराब स्थिति में पहुंच गई. आतिशबाजी के चलते लखनऊ में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) काफी ऊचर चला गया. लखनऊ के राजाजीपुरम में हवा की स्थिति सबसे खराब दर्ज की गई.
दिवाली के समय लखनऊ सहित 13 जिलों में एनजीटी के आदेश के बाद अतिशबाजी बैन थी. इसके बाद भी लोगों ने अतिशबाजी की. शनिवार रात आतिशबाजी के बाद रविवार को प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया. गोमती नगर सहित कई इलाकों में एयर क्लालिटी इंडेक्स बहुत खराब स्थिति में रहा.
पर्यावरणविद सुशील कुमार के मुताबिक, दिवाली पर अतिशबाजी बैने किए जाने के बावजूद लोगों ने जिस तरह से पटाखे फोड़े उससे AQI खतरकना स्थिति में चला गया. गोमती नगर और तालकटोरा सहित कई अन्य जगहों की हवा सांस लेने लायक नहीं बची.
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लखनऊ की तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिवाली के दौरान पटाखे न फोड़ने की अपील का कोई खास असर देखने को नहीं मिला. दिल्ली सरकार की इस अपील के बावजूद रविवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स लगभग 500 के पार पहुंच गया. सफर के अनुसार दिल्ली में कुल एक्यूआई 525 रहा, जबकि नोएडा में यह मुख्य प्रदूषक पीएम 10 के साथ 600 पार कर गया. दिल्ली सरकार और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिल्ली में 30 नवंबर तक पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा रखा है.